कांग्रेस का आरोप, राहुल गांधी के विमान को नहीं दी गई वाराणसी में लैंडिंग की अनुमति
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के चार्टर्ड प्लेन को सोमवार रात को वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरने नहीं दिया गया। कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा कि भाजपा सरकार राहुल की लोकप्रियता से डर गई है और सरकार के इशारे पर राहुल के प्लेन को एयरपोर्ट पर उतरने की अनुमति नहीं दी गई। राहुल को वाराणसी से प्रयागराज जाना था, लेकिन प्लेन न उतरने के कारण उनका यह दौरा रद्द हो गया।
भारत जोड़ो यात्रा के बाद से चिंतित हैं प्रधानमंत्री मोदी- कांग्रेस
राय ने कहा, "राहुल गांधी वाराणसी से प्रयागराज जाने वाले थे, लेकिन एयरपोर्ट के अधिकारियों ने भाजपा सरकार के दबाव के चलते उनके विमान को लैंड नहीं करने दिया। उन्होंने एयरपोर्ट पर भारी विमान आवाजाही और यातायात का हवाला देते हुए लैंडिंग की अनुमति नहीं दी।" राय ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राहुल की भारत जोड़ो यात्रा के बाद से चिंतित हैं, इसलिए उनको तंग किया जा रहा है।
एयरपोर्ट निदेशक ने कहा- राहुल ने रद्द कर दिया था कार्यक्रम
वाराणसी हवाईअड्डे के निदेशक अर्यमा सान्याल ने मामले को लेकर कहा कि राहुल गांधी के वाराणसी कार्यक्रम के निरस्त होने की सूचना पहले ही आ गई थी। उन्होंने बताया कि एयरक्राफ्ट ऑपरेटर ने रात 9:30 बजे यह सूचना दी थी कि राहुल गांधी का विमान केरल के कन्नूर से दिल्ली के लिए उड़ा है और विमान वाराणसी नहीं आएगा। गौरतलब है कि राहुल इससे पहले अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के दौरे पर थे।
राहुल ने सोमवार को बोला था प्रधानमंत्री मोदी पर हमला
राहुल ने सोमवार को वायनाड में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनका अपमान किया है। उन्होंने कहा था, "प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे नाम में गांधी क्यों है, नेहरू क्यों नहीं है? यह मेरा अपमान है। भारत में पिता का सरनेम लगाते हैं। शायद प्रधानमंत्री मोदी यह नहीं समझते हैं।" राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर उद्योगपति गौतम अडाणी को लेकर चुप्पी साधने का आरोप भी लगाया था।
राहुल ने 30 जनवरी को पूरी की थी भारत जोड़ो यात्रा
बता दें कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 30 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में समाप्त हुई थी। 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा ने 145 दिनों में करीब 4,000 किलोमीटर का सफर तय किया था। भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश से गुजरती हुई जम्मू-कश्मीर पहुंची थी।