आजाद पार्टी के लगभग 30 संस्थापक सदस्य होंगे कांग्रेस में शामिल, रजिस्ट्रेशन पर गहराया संकट
क्या है खबर?
गुलाम नबी आजाद की अगुआई वाली डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (DAP) के महासचिव निजामुद्दीन खटाना समेत 30 से अधिक संस्थापक सदस्य आज कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
DAP को यह झटका ऐसे समय पर लगा है जब आज आजाद अपनी नई पार्टी के रजिस्ट्रेशन को लेकर चुनाव आयोग से मुलाकात करने वाले हैं।
कई संस्थापक सदस्यों के पार्टी को छोड़ने के बाद उसके रजिस्ट्रेशन में पेच फंस सकता है।
जानकारी
कौन हैं निजामुद्दीन खटाना?
कश्मीर के कोकेरनाग क्षेत्र से आने वाले निजामुद्दीन नेशनल कॉन्फ्रेस (NC) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) से दो बार MLC रहे हैं और वह पिछले साल सितंबर में PDP का साथ छोड़कर अपने बेटे संग आजाद की पार्टी में शामिल हुए थे।
निजामुद्दीन के बेटे चौधरी गुलजार खटाना को PDP-भाजपा गठबंधन सरकार के दौरान राज्यमंत्री के साथ-साथ गुर्जर और बकरवाल सलाहकार बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाया गया था और वह भी अपने पिता के साथ कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
बयान
पार्टी को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे थे ये नेता- DAP
DAP के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह सारे नेता दल-बदल की धमकी देकर पार्टी को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे थे और इसके चलते पिछले साल दिसंबर में पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद, पूर्व मंत्री डॉ मनोहर लाल शर्मा और पूर्व विधायक बलवान सिंह को निष्कासित किया गया था।
उन्होंने कहा कि इस दौरान पार्टी के लगभग 126 समर्थकों ने भी इस्तीफा दे दिया था, जिससे पार्टी अभी उबर नहीं पाई है।
पार्टी
आजादी की पार्टी के रजिस्ट्रेशन में इसलिए फंस सकता है पेच
DAP छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए नेता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि चुनाव आयोग में रजिस्ट्रेशन के लिए जो दस्तावेज तैयार होने थे, उनमें कम से कम 100 संस्थापक सदस्य चाहिए थे।
उन्होंने कहा, "हमने जम्मू-कश्मीर डिवीजनों से 50 संस्थापक सदस्य बनाए थे। पार्टी से तीन वरिष्ठ नेताओं के निष्कासन के बाद कई नेता पार्टी छोड़ चुके हैं और कई मंगलवार को छोड़ रहे हैं।"
इसके कारण आजाद की नई पार्टी के रजिस्ट्रेशन में पेच फंस सकता है।
बयान
रजिस्ट्रेशन को लेकर चल रही अटकलों का महासचिव ने किया खंडन
DAP के महासचिव और पूर्व मंत्री आरएस चिब ने इन सभी अटकलों का खंडन किया है और चिब ने कहा कि रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन के साथ 800 से अधिक संस्थापक सदस्यों की एक सूची चुनाव आयोग को भेजी थी और उनमें से लगभग 300 खारिज हुए हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी संस्थापक सदस्य वरिष्ठ नेता नहीं है।
आजाद ने बीते दिन पूर्व मंत्री डॉ शर्मा को पार्टी में वापस लाने के लिए उनसे मुलाकात की थी।
DAP
पिछले साल 26 सितंबर को गुलाम नबी आजाद ने बनाई थी अलग पार्टी
कांग्रेस का साथ छोड़कर गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर में 26 सितंबर, 2022 को डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी(DAP) बनाई थी। इसमें पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद, पूर्व मंत्री डॉ मनोहर लाल और पूर्व विधायक बलवान सिंह समेत 64 कांग्रेसी शामिल हुए थे।
पार्टी के शीर्ष एजेंडे में जम्मू-कश्मीर में पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना, भूमि का अधिकार दिलाना और मूल अधिवासियों को रोजगार देना आदि शामिल है।