भारतीय वायुसेना में राफेल विमान उड़ाने वाली पहली महिला पायलट बनेंगी फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह
क्या है खबर?
फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह भारतीय वायुसेना की राफेल स्क्वॉड्रन की पहली महिला लड़ाकू पायलट होंगी।
2017 में वायुसेना में कमीशन होने वाली शिवांगी वाराणसी की रहने वाली हैं। वो भारतीय वायुसेना में शामिल होने वाले महिला लड़ाकू पायलटों के दूसरे बैच का हिस्सा हैं।
फिलहाल शिवांगी की ट्रेनिंग चल रही है और वो जल्द ही अंबाला में तैनात राफेल विमानों वाली स्क्वॉड्रन 'गोल्डन एरो' में शामिल होंगी।
बता दें कि फिलहाल वायुसेना में 10 महिला लड़ाकू पायलट हैं।
करियर
अभी तक मिग-21 बाइसन विमान उड़ा रही थीं शिवांगी
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, वायुसेना में कमीशन होने के बाद से फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह मिग-21 बाइसन विमान उड़ा रही थीं।
अंबाला आने से पहले वो राजस्थान में एक एयरबेस पर तैनात थीं, जहां उन्होंने विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के साथ लड़ाकू विमान उड़ाए थे।
याद दिला दें कि अभिनंदन पिछले साल फरवरी में एक पाकिस्तानी लड़ाकू विमान का पीछा करते हुए सीमा पार चले गए थे। पाकिस्तान ने उन्हें हिरासत में ले लिया था।
फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह
बचपन में देखा था पायलट बनने का सपना
शिवांगी छोटी उम्र से ही वायुसेना के विमान उड़ाने का सपना देखती थीं।
अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) में दाखिला लिया। यहां वो नेशनल कैडेट कोर (NCC) में 7 उत्तर प्रदेश स्क्वॉड्रन में शामिल रहीं।
2016 में वो ट्रेनिंग के लिए एयरफोर्स एकेडमी में चली गईं।
अब वायुसेना में उनकी ट्रेनिंग खास रहने वाली है। उन्हें सबसे पुराने विमान उड़ाने की जगह वायुसेना में शामिल सबसे नया विमान उड़ाने की ट्रेनिंग दी जाएगी।
भारतीय वायुसेना
2016 में मिली थी महिलाओं को विमान उड़ाने की अनुमति
वायुसेना में शामिल 10 महिला लड़ाकू पायलटों ने अभी तक सुखोई-30 से लेकर मिग-29 जैसे अलग-अलग तरह के लड़ाकू विमान उड़ाए हैं।
बता दें, 2016 में महिलाओं को लड़ाकू विमान उड़ाने की मंजूरी मिली थी और उसी साल फ्लाइट लेफ्टीनेंट अवनि चतुर्वेदी, फ्लाइट लेफ्टीनेंट भावना कंठ और फ्लाइट लेफ्टीनेंट मोहना सिंह लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली तीन महिला फाइटर पायलट बनी थीं।
सरकार का कहना है कि रणनीतिक और परिचालन जरूरतों को देखते हुए इन पायलटों की तैनाती की जाएंगी।
ऐतिहासिक कदम
नौसेना के युद्धपोतों पर पहली बार तैनात की जाएंगी दो महिला अधिकारी
सेना में महिलाओं के बढ़ते कदमों की एक और खबर हाल ही में नौसेना की तरफ से आई थी।
नौसेना ने देश के इतिहास में पहली बार दो महिला अधिकारियों को चालक दल के सदस्य के तौर पर युद्धपोत पर तैनात करने का फैसला लिया है।
सब-लेफ्टीनेंट कुमुदनी त्यागी और सब-लेफ्टिनेंट रीति सिंह वे दो महिला अधिकारी हैं जो नौसेना के युद्धपोत पर तैनाती के जरिए इतिहास रचेंगी। यह नौसेना में अपनी तरह की पहली तैनाती होगी।
भारतीय नौसेना
कुमुदनी और रिति की तैनाती के साथ बदलेंगे कई रिकॉर्ड
यूं तो भारतीय नौसेना में काफी समय से महिला अधिकारी कार्यरत हैं, लेकिन चालक दल के क्वार्टर्स में गोपनीयता की कमी और महिलाओं के लिए उचित बाथरूमों की उपलब्धता जैसे मसलों के कारण अभी तक किसी भी महिला अधिकारी को लंबे समय के लिए युद्धपोतों पर नहीं भेजा गया था।
अब कुमुदनी और रिति की तैनाती के साथ ये रिकॉर्ड बदलने जा रहा है। इन्हें नौसेना के मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर्स के कई सेंसर संचालित करने की ट्रेनिंग दी जा रही है।
जानकारी
सबसे उन्नत हेलिकॉप्टर उड़ाएंगी दोनों अधिकारी
ये दोनों अधिकारी नौसेना के नए MH-60R हेलीकॉप्टर्स को उड़ाएंगी। अपने वर्ग में दुनिया का सबसे उन्नत मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर्स माने जाने वाला MH-60R दुश्मन के जहाजों और पनडुब्बियों का पता लगाने में सक्षम है।