अनुच्छेद 370 पर फैसले पर देशभर में अभियान चलाएगी भाजपा, राज्यों के विधानसभा चुनावों पर नजर
भारतीय जनता पार्टी जम्मू-कश्मीर पर केंद्र सरकार के फैसले का पूरा फायदा उठाने की तैयारी कर रही है। भाजपा अनुच्छेद 370 पर सरकार के फैसले के बारे में लोगों को बताने के लिए देश की 370 जगहों पर 'जन जागरण अभियान' चलाएगी। अपने इस अभियान से पार्टी विभिन्न क्षेत्रों की 2,000 जानी-मानी हस्तियों को भी जोड़ेगी। भाजपा के इस अभियान को चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है।
फैसले का पूरा चुनावी फायदा उठाना चाहती है भाजपा
दरअसल, भाजपा का मानना है कि अनुच्छेद 370 पर मोदी सरकार के फैसलों को लोगों का समर्थन हासिल है और चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में इसका फायदा उठाने के लिए मुद्दे को जनता के बीच जिंदा बनाए रखने की जरूरत है। अपनी इसी रणनीति के तहत भाजपा जन जागरण अभियान चलाएगी। इस अभियान में देशभर में राज्य और जिले के स्तर पर बैठकें करेगी। मामले में एक पैनल भी बनाया गया है।
370 जगहों पर होंगी बैठकें
'टाइम्स नाउ' की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा देश की 370 अलग-अलग जगहों पर ये बैठकें करेगी और जिले के स्तर पर हर बैठक में 500-1,000 राय निर्माता मौजूद रहेंगे। वहीं सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानियों में 35 बड़ी बैठकें होंगी और हर बैठक में 2,000 लोग शामिल होंगे। इनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के शीर्ष नेताओं के शामिल होने की बात भी कही जा रही है।
बेहद सफल रहा भाजपा का सदस्यता अभियान
इस बीच भाजपा ने बताया है कि पिछले डेढ़ महीने से चल रहा उसका सदस्यता अभियान बेहद सफल रहा। 6 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने वाराणसी और तेलंगाना से इस सदस्यता अभियान की शुरूआत की थी। 11 करोड़ सदस्य होने का दावा करने वाली भाजपा ने इसमें 2.2 करोड़ नए सदस्य जोड़ने का लक्ष्य रखा था। अंतिम प्रदर्शन उसकी उम्मीद से बेहतर रहा और लक्ष्य से 1.6 करोड़ अधिक 3.78 करोड़ लोग उसके सदस्य बने।
पार्टी को आंकड़ा 5 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद
पार्टी उपाध्यक्ष दुष्यंत कुमार गौतम ने अभियान को बेहद सफल बताते हुए उम्मीद जताई कि कुछ दिन में पूरे देश से डाटा प्राप्त होने के बाद ये आंकड़ा बढ़कर 5 करोड़ के आसपास पहुंच जाएगा। ज्यादातर लोग मिस कॉल अभियान के जरिए पार्टी के सदस्य बने हैं, जबकि अन्य कई लोगों ने सदस्य बनने के लिए पार्टी की वेबसाइट और मोदी ऐप का भी इस्तेमाल किया। अभी नए सदस्यों की जानकारियां वेरिफाई नहीं हुई हैं।
सदस्यों के वेरिफिकेशन के बाद आएगी सही तस्वीर सामने
रिपोर्ट्स के अनुसार, 2015 के जिस सदस्यता अभियान में भाजपा ने 11 करोड़ नए सदस्य बनाने का दावा किया था, उसमें से लगभग आधों की जानकारियां वेरिफाई नहीं हो पाईं थीं। इसमें से ज्यादातर मिस कॉल अभियान के जरिए पार्टी के सदस्य बने थे।