मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में काटे गए 1 करोड़ पेड़, कांग्रेस ने उठाए सवाल
क्या है खबर?
2014 से 2019 के बीच मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विकास कार्यों के लिए 1 करोड़ से ऊपर पेड़ों को काटने की इजाजत दी गई।
पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने शुक्रवार को लोकसभा में ये जानकारी दी।
आंकड़े सामने आने के बाद कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि पेड़ों से ही जीवन है और क्या ऐसा करके भारतीय जनता पार्टी भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं कर रही है।
आंकड़े
2018 में काटे गए सबसे अधिक पेड़
लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए मंत्री बाबुल सुप्रियो ने बताया कि 2014 से 2019 के बीच विकास कार्यों के लिए 1.09 करोड़ पेड़ों को काटने की इजाजत दी गई।
सबसे अधिक 26.91 लाख पेड़ 2018-19 में काटे गए।
पेश आंकड़ों के अनुसार, 2014-15 में 23.3 लाख, 2015-16 में 16.9 लाख, 2016-17 में 17.01 लाख और 2017-18 में 25.5 लाख पेड़ों को काटने की अनुमति मोदी सरकार ने दी।
बयान
मंत्रालय के पास नहीं जंगल में आग के कारण काटे गए पेड़ों की जानकारी
सुप्रियो ने इस दौरान जंगल में आग से नष्ट हुए पेड़ों की संख्या में जानकारी होने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा, "संबंधित विभागों की अनुमति से विभिन्न अधिनियमों में निर्धारित प्रक्रिया के तहत विकास कार्यों के लिए पेड़ों को काटा गया। हालांकि मंत्रालय जंगल में आग के कारण काटे गए पेड़ों का डाटा नहीं रखता है।"
उन्होंने बताया कि पिछले 4 साल में 12 राज्यों को ग्रीन इंडिया मिशन के लिए तहत 237.07 करोड़ रुपये जारी किए गए।
राजनीति
सुरजेवाला ने कहा, भविष्य नष्ट कर रही है भाजपा
सुप्रियो के बयान पर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा पर हमला बोला।
ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, "पेड़ जीवन है। पेड़ ऑक्सीजन देते हैं। पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड सोखते है। पेड़ पर्यावरण के रक्षक हैं। मोदी सरकार ने 5 साल में 1,09,75,844 पेड़ काट डाले। क्या मोदी सरकार भविष्य से खिलवाड़ कर रही है?"
सुरजेवाला ने अपने ट्वीट के साथ लोकसभा में सुप्रियो के जवाब की प्रतिलिपि भी ट्वीट की।
रिपोर्ट
मोदी सरकार के पहले 4 साल में बड़े स्तर पर वनों की सफाई
इससे पहले पिछले दिनों एक रिपोर्ट में सामने आया था कि मोदी सरकार के 4 साल के राज (2014-18) में 1.2 लाख हेक्टेयर जंगलों की सफाई हुई, जो कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA सरकार के अंतिम 4 साल (2009-2013) के मुकाबले 36 प्रतिशत अधिक था।
बता दें कि सुरजेवाला भले ही पेड़ों की रक्षा की बात कर रहे हो, लेकिन UPA सरकार के दौरान कुल 2.43 लाख हेक्टेयर (2004-2013) जंगलों की सफाई विकास कार्यों के लिए की गई थी।
ट्विटर पोस्ट
कांग्रेस का भाजपा से सवाल
पेड़ जीवन है।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 27, 2019
पेड़ ऑक्सीजन देते हैं।
पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड सोखते है।
पेड़ पर्यावरण के रक्षक हैं।
मोदी सरकार ने 5 साल में 1,09,75,844 पेड़ काट डाले।(संसदीय जबाब ⬇️)
क्या मोदी सरकार भविष्य से खिलवाड़ कर रही है? pic.twitter.com/OLWpnfsccy