अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी का संदेश, 'योग सबका है और सब योग के हैं'
भारत समेत पूरी दुनिया में आज पांचवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड की राजधानी रांची में लगभग 30,000 लोगों के साथ योग किया। उन्होंने योग को सभी प्रकार के भेदों से ऊपर बताते हुए कहा कि योग सबका है और सब योग के हैं। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने भी देश के विभिन्न हिस्सों में योग कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने 30,000 लोगों के साथ किया योग
क्या होता है योग?
योग शब्द संस्कृत के युज से बना है जिसका मतलब 'जोड़ना' होता है। योग एक बेहद सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित है जो शरीर और मस्तिष्क के बीच संतुलन लाता है। योग का शरीर, मस्तिष्क, भावना और ऊर्जा पर सकारात्मक असर पड़ता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दुनियाभर के लोगों को कहा धन्यवाद
प्रधानमंत्री मोदी जून की शुरूआत से ही योग दिवस की तैयारियों में लगे हुए हैं और कई योगासनों के वीडियो ट्वीट कर चुके हैं। शुक्रवार को उन्होंने रांची के प्रभात तारा मैदान में हुए योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा, "मैं दुनियाभर के लोगों का अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में शामिल होने के लिए धन्यवाद कहता हूं। विश्व भर में समर्पित योगकर्ता सूरज की पहली किरणों का स्वागत कर रहे हैं। यह खूबसूरत दृश्य है।"
'हर भेद से परे है योग'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "योग अनुशासन है, समर्पण है और इसका पालन पूरे जीवन भर करना होता है। योग आयु, रंग, जाति, संप्रदाय, मत, पंथ, अमीरी-गरीबी, प्रांत, सरहद के भेद से परे है। योग सबका है और सब योग के हैं।" उन्होंने आगे कहा, "आज के बदलते हुए समय में इलनेस से बचाव के साथ-साथ वेलनेस पर हमारा फोकस होना जरूरी है। यही शक्ति हमें योग से मिलती है, यही भावना योग की है, पुरातन भारतीय दर्शन की है।"
गरीबों तक योग ले जाने की जरूरत
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान योग को गरीबों तक ले जाने को समय की जरूरत बताया। उन्होंने कहा, "अब मुझे आधुनिक योग की यात्रा शहरों से गांवों की तरफ ले जानी है। गरीब और आदिवासी के घर तक ले जानी है। मुझे योग को गरीब और आदिवासी के जीवन का भी अभिन्न हिस्सा बनाना है क्योंकि ये गरीब ही है जो बीमारी की वजह से सबसे ज्यादा कष्ट पाता है।'
राष्ट्रपति, गृह मंत्री समेत अन्य नेताओं ने भी किया योग
योग दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में भी योग कार्यक्रम हुआ, जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसे जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने की अपील की। गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के रोहतक और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजपथ पर सुबह-सुबह हुए योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया। वहींं, लद्दाख में ITBP के जवानों ने माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तापमान में योग करके अद्भुत जज्बे की मिशाल पेश की।
प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों के बाद शुरू हुआ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
योग को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने 27 सितंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बनाने का विचार दिया था। UNGA ने इसे स्वीकार कर लिया और 21 जून, 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। इस दिन प्रधानमंत्री मोदी ने 30,000 लोगों के साथ राजपथ पर योग किया था। हर बार योग दिवस की एक मुख्य थीम होती है, जो इस बार 'क्लाइमेट ऐक्शन' है।