एयर स्ट्राइक की योजना बनाने वाले अधिकारी को बनाया गया 'रॉ' प्रमुख, जानें उनकी बड़ी बातें
बालाकोट एयर स्ट्राइक की योजना बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले सामंत गोयल को खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW) का प्रमुख बनाया गया है। वहीं, कश्मीर मामलों के विशेषण अरविंद कुमार को इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) का निर्देशक नियुक्त किया गया है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति के चेयरमैन के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये दोनों नियुक्तियां की हैं। आइए प्रधानमंत्री मोदी की पसंद बने इन दोनों अधिकारियों के बारे में जानते हैं।
एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक की योजना में अहम भूमिका निभा चुके हैं गोयल
R&AW प्रमुख बनाए गए सामंत गोयल 1984 बैच के IPS अधिकारी है और पंजाब कैडर से आते हैं। इससे पहले वह R&AW में ही विशेष सचिव के तौर पर काम कर रहे थे। पुलवामा हमले के बाद हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक और उरी आतंकी हमले के बाद हुई सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाने में उनकी अहम भूमिका रही थी। पाकिस्तानी और खालिस्तानी मामले के विशेषज्ञ गोयल ने जब खालिस्तानी उग्रवाद चरम पर था, तब इसके खिलाफ कार्य किया था।
राकेश अस्थाना के भ्रष्टाचार मामले में उछल चुका है नाम
सामंत गोयल को अपने करियर में विवादों को सामना भी करना पड़ा है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के विशेष निर्देशक राकेश अस्थाना के भ्रष्टाचार मामले में उनका भी नाम उछला था और कहा गया था कि उन्होंने किसी बिचौलिए को भारत आने से मना किया था। हालांकि, CBI ने उन्हें मामले में आरोपी नहीं बनाया था। गोयल को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का करीबी भी माना जाता है, जो उन्हें पंजाब पुलिस प्रमुख बनाना चाहते थे।
साफ और स्वच्छ छवि वाले हैं नए IB प्रमुख अरविंद
गोयल की तरह अरविंद कुमार भी 1984 बैच के IPS अधिकारी हैं। वह असम कैडर से आते हैं। वह अभी विशेष निर्देशक, कश्मीर के तौर पर IB से जुड़े हुए हैं। कश्मीर और आतंकवाद के अलावा उन्हें वामपंथी उग्रवाद का विशेषज्ञ भी माना जाता है और वह IB में वामपंथी उग्रवाद से जुड़े मामले संभालते रहे हैं। दो साल पहले भी जब IB प्रमुख के नाम पर चर्चा हुई थी, तब उनका नाम सामने आया था।
क्या है R&AW और IB में अंतर?
R&AW देश से बाहर के खुफिया कामों को संभालती है, वहीं IB देश के अंदर ये काम करती है। R&AW के मौजूदा प्रमुख अनिल कुमार धसमाना और IB निर्देशक राजीव जैन का कार्यकाल 30 और 29 जून को खत्म हो रहा है।
दोनों के सामने रहेंगी ये चुनौतियां
पाकिस्तान और कश्मीर से जुड़े विशेषज्ञों को खुफिया एजेंसियों को प्रमुख बनाए जाने से मोदी सरकार की रणनीति एक हद तक साफ होती है। खालिस्तानी और एयर स्ट्राइक जैसे मामले में शामिल रहे गोयल पर पाकिस्तान की कड़ी नजर रहेगी। वहीं, नए गृह मंत्री अमित शाह का कश्मीर को संभालने का तरीका बेहद अलग हो सकता है। ऐसे में IB प्रमुख अरविंद के सामने सुरक्षा स्थिति और शाह की योजनाओं में सामंजस्य बना कर रखने की चुनौती होगी।