विधानसभा चुनाव: हरियाणा में भाजपा की ऐतिहासिक जीत, जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-NC की सरकार
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है। हरियाणा में शुरुआत में पिछड़ने के बाद भाजपा लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की ओर है। दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के गठबंधन जीत की ओर है। अभी तक आए नतीजों में हरियाणा में भाजपा 48 और कांग्रेस 37 सीटों पर या तो आगे है या जीत चुकी है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में भाजपा केवल 29, जबकि कांग्रेस-NC गठबंधन 49 सीटों पर आगे है या जीत चुका है।
हरियाणा: शुरुआती रुझानों में आगे थी कांग्रेस
8 बजे मतगणना शुरू होने के बाद हरियाणा में कांग्रेस एकतरफा जीत की ओर थी। कांग्रेस 65 सीटों पर आगे चल रही थी और भाजपा 17 पर। 9 बजे के बाद भाजपा ने वापसी की और सीटों का अंतर कम होकर मात्र 2 पर आ गया। 9:44 बजे तक भाजपा और कांग्रेस बराबर 43-43 सीटों पर आ गई। इसके बाद से भाजपा लगातार बढ़त बनाती गई और 11 बजे से अब तक 48 से 51 सीटों के बीच बनी है।
हरियाणा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की ओर भाजपा
हरियाणा में 1982 में पहली बार भाजपा मैदान में उतरी थी। तब उसने 6 सीटें जीती थीं। इसके बाद 1987 में 16, 1996 में 11, 2000 में 6 और 2005 में 2 और 2009 में भाजपा को 4 सीटों पर जीत मिली थी। 2014 में भाजपा ने यहां 47 सीटें जीती थीं और ये उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। 2019 में भाजपा को 7 सीटों का नुकसान हुआ था और वो 40 सीटें ही जीत सकी थीं।
खट्टर बोले- हरियाणा की जनता ने कांग्रेस के झूठ को नकार दिया
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भाजपा की जीत पर कहा, "कांग्रेस लगातार झूठ फैलाने का काम कर रही थी, लेकिन जनता ने उनकी बात को नकार दिया। सरकार की जो काम करने की नीतियां हैं, जो उपलब्धियां हैं उसे जनता ने स्वीकार किया है। यह अपने-आप में एक रिकॉर्ड बना है क्योंकि हरियाणा में किसी पार्टी की तीसरी बार सरकार नहीं बनी थी। भाजपा ने हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाई है।"
हरियाणा चुनावों को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणामों को लेकर कांग्रेस चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा कर रही है। पार्टी की नेता कुमारी सैलजा ने पूछा, "सुबह और दोपहर के रुझान अलग क्यों हैं, ये समझ नहीं आ रहा है। रुझान अटके क्यों हुए हैं? समझ नहीं आ रहा है कि रुझान अटके क्यों।" कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी चुनाव आयोग की वेबसाइट पर आंकड़े देरी से अपडेट होने का आरोप लगाया।
जम्मू-कश्मीर में AAP का खाता खुला
जम्मू-कश्मीर से आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए बड़ी खबर है। AAP ने यहां जीत का खाता खोला है। डोडा सीट से AAP उम्मीदवार मेहराज मलिक ने भाजपा के गजय सिंह को 4,500 वोटों से हराया है। महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने श्रीगुफवारा-बिजबेहारा सीट से हार स्वीकार कर ली है। गुरेज सीट पर NC के नजीर अहमद खान ने भाजपा के फकीर मोहम्मद खान को मात्र 1,132 वोट से हराया है।
एग्जिट पोल में क्या अनुमान लगाए गए थे?
हरियाणा के ज्यादातर एग्जिट पोल में अनुमान लगाया गया था कि कांग्रेस एक दशक बाद सत्ता में वापसी कर सकती है, वहीं भाजपा लगातार तीसरी बार सत्ता में आने से चूक सकती है। कांग्रेस को 50-58 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था, जबकि भाजपा के खाते में 20-28 सीटें जाने की संभावना थी। सी वोटर सर्वे में जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-NC गठबंधन को 40-48, जबकि भाजपा को 27-37 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था।
किस राज्य में कब हुए थे मतदान?
हरियाणा की सभी 90 सीटों पर एक चरण में 5 अक्टूबर को मतदान हुआ था। इस बार आजाद समाज पार्टी और जननायक जनता पार्टी ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा था और INLD का बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन था। जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में डाले गए थे। पहले चरण में 18 सितंबर को 24, दूसरे चरण में 25 सितंबर को 26 और तीसरे चरण में 1 अक्टूबर को 40 सीटों पर वोट डाले गए थे।