हरियाणा के नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने साबित किया बहुमत
क्या है खबर?
हरियाणा के नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज बुधवार को विधानसभा में बहुमत साबित कर दिया। उन्होंने ध्वनि मत से बहुमत साबित किया और वोटिंग नहीं हुई।
सैनी का बहुमत साबित करना पहले से ही तय माना जा रहा था क्योंकि भाजपा और निर्दलीय विधायकों के समर्थन के बाद उनके पास पर्याप्त संख्याबल था।
बता दें कि सैनी मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हैं। खट्टर ने कल मंगलवार को इस्तीफा दिया था।
आंकड़े
भाजपा सरकार को कितने विधायकों का समर्थन हासिल?
90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में भाजपा के खुद के 41 विधायक हैं, वहीं उसे 6 निर्दलीय विधायकों और हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) के एकमात्र विधायक गोपाल कांडा का समर्थन भी शामिल है।
इस तरह भाजपा सरकार के पास कुल 48 विधायकों का समर्थन हो जाता है, जो 46 विधायकों के बहुमत के आंकड़े से अधिक है।
विधानसभा में कांग्रेस के 30 और दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP) के 10 विधायक हैं।
टूट
JJP में टूट?
बुधवार को व्हिप जारी कर JJP के अपने विधायकों को बहुमत परीक्षण में अनुपस्थित रहने का आदेश देने के बावजूद पार्टी के 4 विधायक विधानसभा पहुंचे।
इनमें जोगी राम सिहाग, ईश्वर सिंह, रामकुमार गौतम और देवेन्द्र बबली शामिल रहे। माना जा रहा है कि ये विधायक पाला बदलकर भाजपा की तरफ जा सकते हैं।
अगर ऐसा होता है तो पहले से ही मुसीबतों का सामना कर रही JJP टूट जाएगी और उसके पास मात्र 6 विधायक रह जाएंगे।
बदलाव
भाजपा और JJP का गठबंधन टूटने के बाद हुआ है नई सरकार का गठन
बता दें कि भाजपा और JJP का गठबंधन टूटने के बाद हरियाणा में नई सरकार का गठन हुआ है।
गठबंधन टूटने के बाद भाजपा-JJP सरकार के मुख्यमंत्री रहे खट्टर और उनके पूरे मंत्रिमंडल ने कल मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था। इनमें उपमुख्यमंत्री रहे JJP प्रमुख दुष्यंत चौटाला भी शामिल रहे।
भाजपा ने पूरे मंत्रिमंडल का नए सिरे से गठन किया है। गृह मंत्री रहे अनिल विज जैसे वरिष्ठ भाजपा नेता को इसमें जगह नहीं मिली है।
कारण
क्यों टूटा JJP और भाजपा का गठबंधन?
JJP भाजपा से हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में 2 सीटें मांग रही थी। वह हिसार और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीटों पर लड़ने की इच्छुक थी, लेकिन प्रदेश भाजपा उसे एक भी सीट नहीं देना चाहती और सभी 10 सीटों पर लड़ना चाहती है।
JJP अध्यक्ष चौटाला ने सोमवार को इस संबंध में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से चर्चा भी की थी, जिसमें नड्डा ने साफ कर दिया कि भाजपा उन्हें एक भी सीट नहीं देगी।
परिचय
कौन हैं नए मुख्यमंत्री सैनी?
नायब सिंह सैनी हरियाणा में भाजपा का अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) का एक बड़ा चेहरा हैं। वे 1996 से भाजपा से जुड़े हुए हैं और उन्हें खट्टर का करीबी माना जाता है।
वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में भी रहे हैं और यहीं वो खट्टर से प्रभावित हुए थे। वे पहली बार 2014 हरियाणा विधानसभा चुनाव में नारायणगढ़ सीट से विधायक बने थे।
इसके बाद वे 2019 में कुरुक्षेत्र से सांसद और अक्टूबर, 2023 में हरियाणा भाजपा प्रमुख बने।