हरियाणा में आम आदमी पार्टी का नहीं खुला खाता, 2 प्रतिशत से कम मिले वोट
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के परिणाम आना शुरू हो गए हैं और शुरूआती रूझान में कांग्रेस के आगे जाने के बाद अब भाजपा बढ़त बनाए हुए हैं। यहां कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) समेत अन्य क्षेत्रीय पार्टियां बुरी तरह हारती दिख रही हैं। राष्ट्रीय पार्टियों की बात करें तो आम आदमी पार्टी (AAP) का हरियाणा में खाता नहीं खुला है। हालांकि, बहुजन समाज पार्टी 1 सीट पर आगे है।
आम आदमी पार्टी का क्या है हाल?
आम आदमी पार्टी ने हरियाणा की 90 में से 88 सीटों पर चुनाव लड़ा था और अभी तक पार्टी अपनी सभी सीटों पर काफी पीछे चल रही है। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, शुरूआती रूझान के दौरान AAP का मत प्रतिशत राज्य में 1.66 प्रतिशत है। कलायत से लड़े प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा छठे नंबर पर हैं। 2-3 सीटों को छोड़ दें तो अधिकतर सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार तीसरे या चौथे स्थान पर भी नहीं पहुंच पाए हैं।
कांग्रेस और AAP के गठबंधन से होता फायदा?
कांग्रेस और AAP राष्ट्रीय स्तर पर INDIA गठबंधन के तहत एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, लेकिन राज्यों में विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टियों की राह अलग-अलग है। हरियाणा में AAP और कांग्रेस के गठबंधन के काफी कयास थे, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के मना करने पर इसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। अगर दोनों पार्टियों में गठबंधन होता भी तो AAP का मत प्रतिशत और वोट देखकर लग रहा कि कांग्रेस को इससे कोई फायदा नहीं पहुंचता।
स्वाति मालीवाल ने AAP पर निशाना साधा
राज्यसभा में AAP सांसद स्वाति मालीवाल ने हरियाणा के चुनाव परिणाम पर AAP पर निशाना साधा। मालीवाल ने एक्स पर लिखा, 'सिर्फ कांग्रेस से बदला लेने के लिए हरियाणा में उतरे। मुझपे भाजपा एजेंट होने के झूठे आरोप लगाए, खुद आज INDIA गठबंधन से गद्दारी करके कांग्रेस का वोट काट रहे हैं! सब छोड़ो, विनेश फोगाट तक को हराने के लिए प्रत्याशी उतारा। क्यों ऐसा हाल आ गया है कि अपने गृह राज्य में जमानतें नहीं बचा पा रहे?'