गुजरात चुनाव नतीजे: भाजपा की ऐतिहासिक जीत, कांग्रेस का बुरा हाल
गुजरात विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है और भाजपा प्रचंड जीत की ओर बढ़ती हुई नजर आ रही है। अभी राज्य की 182 सीटों में से 158 पर भाजपा आगे चल रही है, वहीं 16 सीटों पर कांग्रेस आगे है। पहली बार गुजरात चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (AAP) चार सीटों पर आगे है। चार सीटों पर अन्य पार्टियां या निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। यह गुजरात में भाजपा की लगातार सातवीं जीत है।
भाजपा ने बनाया सबसे अधिक सीटें जीतने का रिकॉर्ड
इस जीत के साथ ही भाजपा ने गुजरात में सबसे ज्यादा सीटें जीतने का रिकॉर्ड बना दिया है। उसने 1985 में 149 सीटें जीतने वाली कांग्रेस का रिकॉर्ड तोड़ा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी नरेंद्र मोदी का एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 2002 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने गुजरात में सबसे अधिक 127 सीटें जीती थीं और अब दो दशक बाद पटेल ने भाजपा को इससे अधिक सीटें दिलाई हैं।
एग्जिट पोल्स में भी लगाया गया था भाजपा की जीत का अनुमान
एग्जिट पोल्स में भी गुजरात में भाजपा की प्रचंड जीत का अनुमान लगाया गया था। न्यूज एक्स-जन की बात के पोल ने भाजपा को 117-140 सीटें दी थीं, वहीं कांग्रेस को 34-51 और AAP को 6-13 सीटें दी गई थीं। रिपब्लिक टीवी-पी मार्क के पोल में भाजपा को 128-148, कांग्रेस को 30-42 और AAP को 2-10 सीटें दी गई थीं। इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया ने भाजपा को 131-151, कांग्रेस को 16-30 और AAP को 9-21 सीटें दी थीं।
गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को दो चरणों में हुआ था मतदान
बता दें कि गुजरात की 182 सीटों पर दो चरणों में मतदान हुआ था। 1 दिसंबर को पहले चरण में 89 सीटों पर 60.20 प्रतिशत मतदान हुआ था, वहीं 5 दिसंबर को 93 सीटों पर हुए दूसरे चरण के मतदान में 58.80 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। चुनाव में कुल 1,621 उम्मीदवार मैदान में थे। भाजपा ने सभी 182, AAP ने 181 और कांग्रेस ने 179 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।
क्या रहे थे पिछले चुनाव के नतीजे?
2017 में हुए पिछले गुजरात चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी, हालांकि भाजपा अंत में उससे पार पाने में कामयाब रही थी। चुनाव में भाजपा ने 99 सीटें जीती थीं जो बहुमत के आंकड़े 92 सीट से थोड़ी ही अधिक थीं। कांग्रेस 77 सीटें जीतने में कामयाब रही थी जो 1985 के बाद राज्य में उसका सबसे अच्छा प्रदर्शन था। चुनाव में राहुल गांधी ने अपना पूरा दमखम लगा दिया था जिसका कांग्रेस को फायदा हुआ।