भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक: पहले दिन विपक्ष के एजेंडे से लेकर चुनावी रणनीति पर हुई चर्चा
2024 में लोकसभा चुनाव से पहले नौ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन राज्यों और लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए भाजपा ने दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कई वरिष्ठ नेताओं समेत हजारों कार्यकर्ता मिलकर चुनावी रणनीति पर मंथन कर रहे हैं। सोमवार को बैठक के पहले दिन विपक्ष के एजेंडे और प्रधानमंत्री की छवि भुनाने को लेकर चर्चा की गई।
सभी नौ राज्यों में जीत हासिल करना भाजपा का लक्ष्य- रविशंकर प्रसाद
बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा का लक्ष्य नौ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करके 2024 के आम चुनाव में उतरना है। उन्होंंने कहा कि जेपी नड्डा ने सभी नौ राज्यों में जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी कार्यकारिणी से चुनाव के लिए कमर कसने का आह्वान किया। 2024 से पहले त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय, कर्नाटक, मिजोरम, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं।
अपने कमजोर इलाकों में बूथों को मजबूत करने पर जोर देगी भाजपा
प्रसाद ने कहा कि बैठक में जमीन पर संगठन मजबूत हो और केंद्र सरकार की हर योजना का प्रचार हर घर तक हो, इसे लेकर भी मंथन चल रहा है और प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर देशभर में 100 लोकसभा क्षेत्रों में 72,000 बूथ चिन्हित किए गए हैं, जहां भाजपा कमजोर है और जहां पार्टी को पहुंचना है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता 1.30 लाख बूथों पर पहुंचे हैं और उन्होंने लोगों को पार्टी की नीतियों से अवगत कराया है।
किरेन रिजिजू ने पेश किया नौ सूत्रीय राजनीतिक प्रस्ताव
भाजपा कार्यकारिणी की बैठक के पहले दिन केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने पार्टी नेताओं के समक्ष नौ सूत्रीय राजनीतिक प्रस्ताव रखा, जिसका उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और कर्नाटक के राज्य मंत्री गोंविद करजोल ने समर्थन किया। बैठक में रिजिजू ने विपक्ष दलों पर प्रधानमंत्री की नकारात्मक छवि गढ़ने का आरोप लगाते हुए प्रस्ताव में कई उदाहरण पेश किए और विपक्ष के इस अभियान को तोड़ने को लेकर पार्टी नेताओं के साथ चर्चा की।
प्रधानमंत्री की छवि खराब करने के लिए विपक्ष चला रहा अभियान- निर्मला सीतारमण
इस मौके पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री की छवि को लेकर नकारात्मक अभियान चलाते हुए अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहा है और पेगासस, राफेल सौदा, केंद्रीय एजेंसियों के इस्तेमाल, सेंट्रल विस्टा, आर्थिक आधार पर आरक्षण और नोटबंदी जैसे कई मुद्दों में यह देखा गया है। सीतारमण ने कहा कि विपक्ष द्वारा उठाए गए ये मुद्दे सुप्रीम कोर्ट में गए और कोर्ट ने विपक्ष के इस दुष्प्रचार अभियान को बेनकाब कर दिया।