वित्त वर्ष 2020-21 में भाजपा को मिला 477 करोड़ का चंदा, कांग्रेस से 6.4 गुना अधिक
भारतीय जनता पार्टी को वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 477.5 करोड़ रुपये का चंदा मिला था। इसकी तुलना में कांग्रेस को महज 74.5 करोड़ रुपये का चंदा मिल पाया। यानी भाजपा को कांग्रेस से 6.4 गुना चंदा मिला है। चुनाव आयोग को सौंपी जानकारी में भाजपा ने बताया कि उसे बीते वित्त वर्ष इलेक्टोरल ट्रस्ट, व्यक्तियों और अलग-अलग संस्थाओं से 477.5 करोड़ रुपये का दान प्राप्त हुआ है। चुनाव आयोग ने मंगलवार को यह जानकारी सार्वजनिक की है।
लगातार आठवें साल कांग्रेस को कम मिला चंदा
कांग्रेस की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, पार्टी को बीते वर्ष इलेक्टोरल ट्रस्ट, व्यक्तियों और अलग-अलग संस्थाओं से महज 74.50 करोड़ रुपये का चंदा प्राप्त हुआ है। गौरतलब है कि 2014 में भाजपा के हाथों सत्ता गंवाने वाली कांग्रेस एक के बाद एक राज्यों में हारती जा रही है और फिलहाल राजस्थान और छत्तीसगढ़ में उसकी सरकार है। यह लगातार आठवां साल है जब कांग्रेस चंदा पाने में भाजपा से पिछड़ी है।
20,000 से ज्यादा के चंदे की जानकारी जरूरी
कानून के तहत राजनीतिक पार्टियों को 20,000 रुपये से अधिक की रकम में मिले चंदे की जानकारी चुनाव आयोग को देना जरूरी है। हालांकि, चंदा लेने में बरती गई पारदर्शिता हमेशा से सवालों के घेरे में रही है।
इलेक्टोरल ट्रस्ट से चंदा पाने में भी भाजपा आगे
राजनीतिक दलों को व्यवस्थित रूप से उद्योग जगत और लोगों से चंदा एकत्र करने के लिए गठित सात इलेक्टोरल ट्रस्टों से 2020-21 में कुल 258.49 करोड़ रुपये का चंदा मिला था। इनमें से सबसे ज्यादा 212.05 करोड़ रुपये केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा को दिए गए, जबकि कांग्रेस को महज 5.43 करोड़ मिले थे। जनता दल यूनाइटेड को कांग्रेस से ज्यादा 10 करोड़ रुपये का चंदा मिला था। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली थी।
इलेक्टोरल ट्रस्ट्स से इन पार्टियों को मिला चंदा
इलेक्टोरल ट्रस्टों ने कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, अन्नाद्रमुक, द्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल, आम आदमी पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी, कम्यूनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी, भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी और लोकतांत्रिक जनता दल को कुल 19.38 करोड़ रुपये का चंदा दिया था। बता दें, इलेक्टोरल ट्रस्ट सेक्शन 25 के तहत आने वाली कंपनियां होती हैं, जिनमें कारोबारी अपनी मर्जी से चंदा देते हैं और ये कंपनियां उस चंदे को आगे राजनीतिक दलों को दान कर देती हैं। इससे दानदाताओं की पहचान गोपनीय रहती है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
2019-20 में भाजपा को लगभग 750 करोड़ रुपये का चंदा मिला था। यह रकम उस दौरान कांग्रेस को मिले लगभग 139 करोड़ रुपये से पांच गुना अधिक थी। बता दें कि यह इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिये मिले चंदे से अलग राशि थी। भाजपा और कांग्रेस के अलावा 2019-20 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 59 करोड़ रुपये, तृणमूल कांग्रेस को आठ करोड़ रुपये, CPM को 19.6 करोड़ रुपये और CPI को 1.9 करोड़ रुपये का चंदा प्राप्त हुआ था।