प्रियंका गांधी से 2 करोड़ रुपये में पेंटिंग खरीदने को मजबूर किया गया- राणा कपूर
यस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को बताया है कि उन पर प्रियंका गाधी से एमएफ हुसैन की एक पेंटिंग खरीदने का दबाव बनाया गया था। गांधी परिवार ने इससे मिले पैसे का इस्तेमाल न्यूयॉर्क में सोनिया गांधी के इलाज के लिए खर्च किया था। ED की तरफ से विशेष अदालत में दायर चार्जशीट से यह जानकारी निकलकर सामने आई है। बता दें कि मार्च, 2020 में गिरफ्तारी के बाद से कपूर न्यायिक हिरासत में हैं।
कपूर ने किया दो करोड़ रुपये का चेक देने का दावा
कपूर ने ED को बताया है कि तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने उन्हें बताया था कि अगर वो पेंटिंग नहीं खरीदेंगे तो उनके गांधी परिवार से रिश्ते अच्छे नहीं होंगे और उन्हें पद्मभूषण सम्मान मिलने में भी मुश्किल हो सकती है। कपूर ने दो करोड़ रुपये का चेक देने की बात कबूलते हुए दावा किया है कि मिलिंद देवड़ा ने उन्हें बाद में बताया था कि उस पैसे का इस्तेमाल सोनिया गांधी के इलाज के लिए किया गया था।
पेंटिंग खरीदने के लिए बनाया गया था दबाव- कपूर
यस बैंक के सह-संस्थापक ने बताया कि दिवंगत कांग्रेसी नेता अहमद पटेल ने उन्हें बताया था कि मुश्किल समय में सोनिया गांधी के इलाज के लिए गांधी परिवार की मदद कर उन्होंने अच्छा काम किया है और पद्मभूषण सम्मान के लिए उनके नाम पर विचार किया जाएगा। चार्जशीट के मुताबिक, देवड़ा ने कपूर को कहा था कि अगर वो पेंटिंग खरीदने से मना करते हैं तो यह फैसला उनके और यस बैंक के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है।
कपूर का दावा- प्रियंका गांधी के कार्यालय में पूरी हुई थी प्रक्रिया
चार्जशीट में कपूर ने कहा है कि वो इस पेंटिंग को खरीदने के लिए कभी तैयार नहीं थे और उन्हें इसके लिए मजबूर किया गया था। मिलिंद देवड़ा इसके लिए उन्हें राजी करने को कई बार उनके घर और कार्यालय आए थे। कपूर ने दावा किया कि मुरली देवड़ा और उनके बेटे मिलिंद ने उन पर दबाव बनाया और इसके चलते न चाहते हुए भी उन्हें वह पेंटिंग खरीदनी पड़ी। प्रियंका गांधी के कार्यालय में यह प्रक्रिया पूरी हुई थी।
ED ने दायर की है तीसरी चार्जशीट
बता दें कि ED ने राणा कपूर और दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) के प्रमोटरों कपिल और धीरज वाधवान पर आरोप लगाया है कि उन्होंने संदिग्ध लेनदेन के जरिये 5,050 करोड़ रुपये का हेरफेर किया है। ED अब तक इस मामले में कुल तीन चार्जशीट दायर कर चुकी है। चार्जशीट में कहा गया है कि मामले की जांच शुरू होने के बाद कपूर ने जब्त होने से बचाने के लिए अपनी विदेशी संपत्तियों को बेचना शुरू कर दिया था।
कांग्रेस की तरफ से क्या प्रतिक्रिया आई है?
एक कांग्रेस नेता ने कहा कि राणा कपूर ने जानबूझकर उन लोगों पर आरोप लगाए हैं, जो जिंदा नहीं है। उन्होंने कहा कि आप 5,000 करोड़ रुपये के घोटाले के एक आरोपी व्यक्ति से और क्या उम्मीद रख सकते हैं। उसने बड़ी चालाकी से ऐसे लोगों पर आरोप लगा दिए, जो अब जिंदा नहीं है। कपूर ने अपने बयान में मुरली देवड़ा और अहमद पटेल का नाम लिया है, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं।