कांग्रेस महिला मोर्चा की प्रमुख सुष्मिता देव ने छोड़ी पार्टी, TMC में हो सकती हैं शामिल
कांग्रेस महिला मोर्चा की प्रमुख सुष्मिता देव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को भेजे पत्र में उन्होंने लिखा कि वो पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं, लेकिन उन्होंने इसका कारण नहीं बताया है। बताया जा रहा है कि देव पिछले काफी समय से पार्टी से नाराज चल रही थीं। असम चुनावों के समय वो पार्टी को बैठक को बीच में छोड़कर निकल गई थीं।
सोनिया को भेजे पत्र में क्या लिखा?
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की प्रमुख रहीं सुष्मिता देव ने पहले पार्टी का व्हाट्सऐप ग्रुप छोड़ा और फिर ट्विटर पर अपने बायो में पूर्व कांग्रेस नेता लिख लिया था। सोनिया गांधी को भेजे पत्र में उन्होंने लिखा, "मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ अपने तीन दशक लंबे जुड़ाव को संजोती हूं। आपने मुझे जो मार्गदर्शन और अवसर दिए, उसके लिए मैं व्यक्तिगत रूप से आपका धन्यवाद करती हूं। मैं उम्मीद करती हूं कि आपका आशीर्वाद आगे भी मेरे साथ रहेगा।"
तृणमूल कांग्रेस में जा सकती हैं सुष्मिता देव
लंबे समय से कांग्रेस से जुड़ी रहीं सुष्मिता देव दिवंगत दिग्गज कांग्रेस नेता संतोष मोहन देव की बेटी हैं और 2014 में पहली बार सिलचर से जीतकर सांसद बनी थीं। उनकी मां भी विधायक रह चुकी हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि सुष्मिता देव तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम सकती है। हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है और न ही देव की तरफ से ऐसे कोई संकेत दिए गए हैं।
कांग्रेस सांसद बोले- फैसले पर पुनर्विचार करें सुष्मिता
असम से कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा ने कहा कि सुष्मिता देव समर्पित कांग्रेस नेता थीं और कभी सोचा नहीं था कि वो ऐसा फैसला लेंगी। बोरा ने देव से फैसले पर पुनर्विचार करने और इस्तीफा वापस लेने की मांग की है। वहीं असम भाजपा के महासचिव डॉ राजदीप रॉय ने कहा कि सुष्मिता देव भाजपा में शामिल नहीं हो रही हैं। उनके मुताबिक, देव पार्टी के शीर्ष नेताओं के संपर्क में भी नहीं है।
सिब्बल बोले- आंखे बंद कर आगे बढ़ रही कांग्रेस
सुष्मिता देव के पार्टी छोड़ने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने देव के इस्तीफे के संदर्भ में कहा कि युवा नेता कांग्रेस छोड़ते जा रहे हैं और इसलिए वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदार ठहराया जाता है। कांग्रेस आंखें बंद कर आगे बढ़ रही हैं। बता दें कि पिछले कुछ सालों में प्रियंका चतुर्वेदी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद समेत कई युवा नेता कांग्रेस छोड़कर शिवसेना और भाजपा आदि पार्टियों में शामिल हो चुके हैं।