भाजपा ने चुनाव आयोग से की पश्चिम बंगाल चुनाव में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग
पश्चिम बंगाल में गर्मियों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। भाजपा ने पूरा फोकस राज्य में सत्ता हासिल करने पर लगा दिया है। इसके लिए उसने मजबूत रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। भाजपा के प्रतिनिधि मंडल ने शुक्रवार को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपकर पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान केवल अर्धसैनिक बलों की तैनानी की मांग की है।
भाजपा प्रतिनिधि मंडल ने की राज्य में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव की मांग
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, सांसद स्वपन दासगुप्ता, लॉकेट चटर्जी और अर्जुन सिंह आदि ने केंद्रीय चुनाव आयोग का ज्ञापन सौंपा। इसमें उन्होंने राज्य में निष्पक्षता, गरिमामय और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग की। इसके अलावा राज्य में कई चरणों में मतदान आयोजित कराने और कड़ी निगरानी कराने की भी मांग की।
राज्य के पुलिस और प्रशासन पर लगाए आरोप
प्रतिनिधि मंडल ने आयोग को सौंपे ज्ञापन में कहा कि राज्य की पुलिस और प्रशासनिक मशीनरी के गैर राजनीतिक और निष्पक्ष होने के संभावना बहुत कम है। ऐसे में चुनाव से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) के इशारे पर काम करने वाले अधिकारियों को बदल दिया जाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने आयोग द्वारा 80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को डाक मतपत्र से वोट डालने की अनुमति देने वाली सुविधा के दुरुपयोग होने की भी बात कही।
घटते कोरोना मामलों के बाद नहीं पड़ेगी डाक मतपत्र की जरूरत
सांसद दासगुप्ता ने कहा कि TMC सरकार डाक मतपत्र सुविधा का दुरुपयोग कर सकती है। इसके अलावा अब देश में कोरोना के मामले लगातार घट रहे हैं और वैक्सीनेशन अभियान भी चलाया जा रहा है। ऐसे में चुनाव तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है। ऐसे में या तो सामान्य तरह से मतदान कराया जाना चाहिए या फिर 80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए विशेष मतदान केंद्रों की व्यवस्था की जानी चाहिए।
शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर गृहमंत्री अमित शाह से मिल चुके हैं राज्यपाल
बता दें कि बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी राज्य में निष्पक्ष व शांतिपूर्ण विधानसभा चुनाव को लेकर लगातार मुखर हैं। धनखड़ ने पिछले दिनों इसको लेकर दिल्ली में केंद्रीय गहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान उन्होंने गृह मंत्री से आगामी विधानसभा चुनाव, राज्य के विकास, हिंसा समेत कई मुद्दों पर बातचीत की थी। इसके अलावा वह पूर्व में भी राज्य के पुलिस और प्रशासनिक तबके की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा चुके हैं।
पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में होने हैं विधानसभा चुनाव
बता दें कि पश्चिम बंगाल की 294 विधानसभा सीटों के लिए इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार का कार्यकाल आगामी 30 मई को समाप्त हो जाएगा। ऐसे में भाजपा और TMC ने चुनाव को लेकर पूरी जान लगा रखी है। TMC के कई मंत्री और विधायक पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा का दाम थाम चुके हैं। ऐसे में इस बाद चुनाव के रोचक होने की संभावना है।