तमिलनाडु में भाजपा और AIADMK का गठबंधन टूटने की कगार पर, जानें वजह
तमिलनाडु में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) और भाजपा के बीच गठबंधन खत्म होने की करार पर पहुंच गया है। बुधवार को भाजपा IT विंग के 13 अन्य पदाधिकारियों भी AIADMK में शामिल हो गए। इससे पहले प्रदेश भाजपा के IT प्रमुख निर्मल कुमार समेत 5 नेता AIADMK में शामिल हुए थे। भाजपा ने AIADMK प्रमुख ई पलानीस्वामी पर गठबंधन धर्म का पालन न करने का आरोप लगाया है।
पार्टी छोड़ने पर भाजपा पदाधिकारियों ने क्या कहा?
बीते रविवार को निर्मल कुमार समेत 5 भाजपा नेता AIADMK में शामिल हुए थे। उनके समर्थन में 13 अन्य भाजपा पदाधिकारियों ने भी पार्टी छोड़ दी है। उनका कहना है कि पार्टी में कुछ दिनों से स्थितियां सामान्य नहीं है। इससे पहले कुमार ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के एक मंत्री के साथ गुप्त समझौता किया है, जिस कारण वह पार्टी छोड़ रहे हैं।
दोनों पार्टियों के बीच क्यों बढ़ी दूरी?
दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद AIADMK और भाजपा ने गठबंधन में लगातार तीन चुनाव हारे हैं। हाल में हुए उपचुनाव में भी गठबंधन की हार हुई। दोनों पार्टियों के बीच मतभेद इतने बढ़ गए हैं कि उपचुनाव में दोनों ने साथ प्रचार तक नहीं किया। बीते दिनों राज्य के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी AIADMK प्रमुख से मुलाकात नहीं की थी, जो संकेत देता है कि यह गठबंधन जल्द टूट सकता है।
भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई ने क्या कहा?
भाजपा पदाधिकारियों के AIADMK में शामिल होने पर अन्नामलाई ने कहा कि यह इस बात को दर्शाता है कि तमिलनाडु में भाजपा बढ़ रही है और ई पलानीस्वामी ने गठबंधन को कमजोर किया है। उन्होंने पूर्व राजनीतिक दिग्गजों जयललिता और करुणानिधि से अपनी तुलना करते हुए कहा कि वह खुद को उनके जैसे नेता के रूप में देखते हैं और वह इस पूरे घटनाक्रम पर कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि वह एक नेता हैं, किसी पार्टी के प्रबंधक नहीं हैं।
AIADMK ने भाजपा पर किया पलटवार
AIADMK प्रवक्ता कोवई सत्यन ने अन्नामलाई को एक कॉर्पोरेट पार्टी का प्रबंधक बताते हुए कहा कि भाजपा प्रमुख को उनकी दिवंगत नेता जयललिता का नाम लेना शोभा नहीं देता है और यह उनके नेता का अपमान है। उन्होंने कहा, "जब भाजपा हमारे लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करती है तो उसे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन जब उनकी पार्टी के नेता हमारी पार्टी में शामिल होते हैं तो वह छाती पीटने लगते हैं।"