
जनवरी में राजनीतिक पार्टी लॉन्च करेंगे रजनीकांत, 31 दिसंबर को होगा औपचारिक ऐलान
क्या है खबर?
सभी कयासों पर विराम लगाते हुए सुपरस्टार रजनीकांत ने गुरुवार को कहा कि वो अगले साल जनवरी में अपनी राजनीतिक पार्टी लॉन्च करेंगे और इस संबंध में औपचारिक घोषणा 31 दिसंबर को की जाएगी।
रजनीकांत ने 31 दिसंबर, 2017 को राजनीति में उतरने की घोषणा की थी।
इसके बाद से उनके राजनीति में उतरने के समय को लेकर कयास लगाए जा रहे थे।
अब रजनीकांत की घोषणा के साथ ही इन सब कयासों पर विराम लग गया है।
चुनाव
तमिलनाडु में अगले साल होंगे विधानसभा चुनाव
रजनीकांत ने सोमवार को रजनी मक्कल मंद्रम (RMM) के जिला सचिवों से मुलाकात की थी।
इसके बाद उन्होंने कहा था कि वो जल्द ही राजनीति में उतरने को लेकर आधिकारिक ऐलान करेंगे। इसके अलावा अपने समर्थकों के साथ बैठक करने के बाद 30 नवंबर को भी उन्होंने ऐसी ही बात कही थी।
गौरतलब है कि अगले साल अप्रैल-मई में तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे देखते हुए राजनीतिक गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं।
बयान
रजनी ने कहा- लोगों के कल्याण के लिए काम करेंगे
रजनी ने कहा कि उनकी राजनीति धर्म से परे होगी और वो लोगों के कल्याण के लिए काम करेंगे। उन्होंने अपने समर्थकों से गांव-गांव जाकर लोगों तक उनके इरादे और उनका संदेश पहुंचाने को कहा है।
राजनीतिक सक्रियता
1996 में खुलेआम किया था DMK का समर्थन
रजनीकांत की राजनीतिक सक्रियता की बात करें तो उन्होंने 1996 में DMK को खुला समर्थन देते हुए लोगों से 'जयललिता से तमिलनाडु को बचाने' की अपील की थी।
इस चुनाव में जयललिता की पार्टी AIADMK की हार हुई तो रजनीकांत को 'गेमचेंजर' समझा गया था।
उस समय से लोगों ने उम्मीद जतानी शुरू कर दी थी कि रजनीकांत जल्द ही राजनीति में कदम रख सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अब दो दशक बाद वो राजनीति में आ रहे हैं।
राजनीति
DMK के करीब रहे हैं रजनी
2017 के आखिर में राजनीति में उतरने की घोषणा करते हुए रजनीकांत ने साफ कर दिया था कि वो मौजूदा किसी राजनीतिक दल का हिस्सा नहीं बनेंगे।
हालांकि, उस समय उन्होंने DMK के वरिष्ठ नेता करुणानिधि से जाकर आशीर्वाद लिया था। बताया जाता है कि रजनीकांत की करुणानिधि के बड़े बेटे अलागिरी के साथ अच्छी दोस्ती है।
इसके अलावा रजनीकांत DMK के कई नजदीकी लोगों के करीबी हैं। ऐसे में वो AIMDMK के विरोधी खेमे में माने जाते हैं।
संभावना
मौजूदा सियासी समीकरण बिगाड़ सकते हैं रजनीकांत
हालांकि, रजनीकांत की राजनीति में एंट्री AIADMK के साथ-साथ DMK के भी सियासी समीकरण बिगाड़ सकती है।
कुछ लोगों का यह भी मानना है कि रजनीकांत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भाजपा के कई नेताओं के भी बेहद करीब हैं। ऐसे में यह भी हो सकता है कि भाजपा ने उन्हें राजनीति में उतरने के लिए राजी किया है।
इन कयासों में कुछ दम है या ये महज कयास हैं, ये विधानसभा चुनावों के बाद साफ हो जाएगा।