भारत की 5 प्रसिद्ध बर्ड सैंक्चुरी, एक बार जरूर जाएं घूमने
सर्दियों में दुनियाभर से प्रवासी पक्षी भारत आ जाते हैं। इस मौसम में आप भारत में पक्षियों की अलग-अलग प्रजातियां देख सकते हैं। अगर आप पक्षियों को देखने का शौक रखते हैं या फिर अपने बच्चों को ऐसी ही किसी जगह घुमाने की सोच रहे हैं तो इसके लिए भारत में कई मशहूर बर्ड सैंक्चुरी मौजूद हैं। आइए आज हम आपको भारत में मौजूद पांच प्रसिद्ध बर्ड सैंक्चुरी के बारे में बताते हैं।
भरतपुर बर्ड सैंक्चुरी, राजस्थान
राजस्थान में भरतपुर बर्ड सैंक्चुरी को केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के रूप में भी जाना जाता है। UNESCO ने इसे विश्व धरोहर स्थल और संरक्षित सैंक्चुरी घोषित किया हुआ है। यह बर्ड सैंक्चुरी 28 वर्ग किलोमीटर इलाके में फैली हुई है। यहां पेलिकन, क्रेन, चील, बाज, टांग, स्टिंट, पिपिट, लार्क, गीज और वॉरब्लर सहित पक्षियों की 360 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। इसके अलावा फूलों के पौधों की 300 प्रजातियां भी यहां मौजूद हैं।
चिल्का झील बर्ड सैंक्चुरी, ओडिशा
ओडिशा स्थित चिल्का एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है। इसमें कई प्रवासी, दुर्लभ और आवासीय पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती है। यहां हर साल कैस्पियन सागर, रूस, अरब सागर, मंगोलिया, लद्दाख और हिमालय से पक्षियों की 260 से ज्यादा प्रजातियां प्रवास करने आती हैं। आप यहां पर राजहंस, चील और गीज जैसे पक्षियों की भी देख सकते हैं। यहां बोटिंग करते वक्त आप इरावदी डॉल्फिन को भी देख सकते हैं।
सुल्तानपुर बर्ड सैंक्चुरी, हरियाणा
यह भारत की सबसे लोकप्रिय बर्ड सैंक्चुरी में से एक है। हरियाणा के सुल्तानपुर स्थित यह बर्ड सैंक्चुरी 1.43 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है। सर्दियों में यहां रूस, पूर्वी यूरोप, साइबेरिया और तुर्की से बड़ी संख्या में खानाबदोश पक्षी आते हैं। यहां पर गुलाबी पेलिकन, कॉमन टील, येलो वैगटेल, ब्लैक-विंग्ड स्टिल्ट और कॉमन ग्रीनशैंक पक्षी भी पाए जाते हैं। इसके अलावा यहां निवासी पक्षियों की 250 से अधिक प्रजातियां भी मौजूद हैं।
वेदान्थंगल बर्ड सैंक्चुरी, तमिलनाडु
तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित वेदान्थंगल बर्ड सैंक्चुरी भारत की सबसे छोटी और सबसे पुरानी जल बर्ड सैंक्चुरी है। तमिल भाषा में वेदान्थंगल का अर्थ 'शिकारियों का गांव' होता है। यह 30 एकड़ भूमि में फैली हुई है और यहां 26 दुर्लभ पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं। इसके अलावा सर्दियों के समय यहां 40,000 से अधिक प्रवासी पक्षी भी आते हैं। यहां पर आप पिंटेल, गार्गनी, बगुले और नीले पंखों वाले टीले आदि देख सकते हैं।
डॉ सलीम अली बर्ड सैंक्चुरी, गोवा
यह बर्ड सैंक्चुरी प्रसिद्ध पक्षी विज्ञानी सलीम मोइजुद्दीन अब्दुल अली के नाम पर है। यह गोवा के चोराओ द्वीप पर मंडोवी नदी के साथ स्थित मैंग्रोव जंगल में है। इस बर्ड सैंक्चुरी में एक टॉवर भी है जहां से आप पक्षियों को आसानी से देख सकते हैं। यहां पर आप ड्रोंगो, जलकाग, किंगफिशर, सैंडपाइपर, ट्रोगन, पतंग और बैंगनी बगुले जैसे पक्षियों को देख सकते हैं। इसके अलावा यहां पर लोमड़ी, गीदड़ और मगरमच्छों को भी देखा जा सकता है।