तमिलनाडु: CBI को सौंपी जाएगी जयराज-बेनिक्स की मौत की जांच, हाई कोर्ट से अनुमति का इंतजार
तमिलनाडु में कथित तौर पर पुलिस हिरासत में हुई बाप-बेटे की मौत का मामला केंद्रीय जांच एजेंसी CBI को सौंपा जाएगा। राज्य के मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी ने इसकी जानकारी दी। दरअसल, तूतीकोरन जिले में तय समय पर दुकान बंद न करने के कारण पुलिस ने जयराज नामक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया था। थोड़ी देर बाद उनके बेटे बेनिक्स को भी हिरासत में लिया गया। दो दिन बाद दोनों की मौत हो गई थी।
हाई कोर्ट से अनुमति के बाद CBI को सौंपी जाएगी जांच
मुख्यमंत्री ने CBI जांच का ऐलान करते हुए कहा, "सरकार ने मामले की जांच को CBI से कराने का फैसला किया है। मद्रास हाई कोर्ट से इसकी अनुमति मिलने ही हम यह मामला CBI को सौंप देंगे। फिलहाल हाई कोर्ट इसकी जांच कर रही है।"
मुख्यमंत्री ने कही पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की बात
जयराज की पत्नी ने सरकारी अधिकारियों को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि उनके पति और बेटे की पुलिसिया बर्बरता के कारण मौत हुई है। उन्होंने इस घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं मुख्यमंत्री पलानीस्वामी और उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वन ने बयान जारी कर मौत को 'अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण' बताते हुए न्याय का वादा किया है। इस मामले की अमेरिका में हुई जॉर्ज फ्लॉयड की मौत से भी तुलना की जा रही है।
घटना के बाद विपक्ष के निशाने पर आई सरकार
वहीं राज्य की विपक्षी पार्टी DMK ने कहा कि अगर राज्य सरकार सही तरीके से इसकी जांच नहीं करेगी तो वो कोर्ट से मामले को CBI को सौंपने की मांग करेगी। वहीं अभिनेता और नेता कमल हासन ने घटना को लेकर मुख्यमंत्री और राज्य सरकार पर निशाना साधा है। मामले को लेकर सरकार को सबसे पहले घेरने वाले हासन ने कहा कि सरकार ही इस मामले की 'मुख्य आरोपी' है।
मामले में चार पुलिसकर्मी निलंबित
तूतीकोरन से लगभग 50 किलोमीटर दूर सथांकुलम में मोबाइल की दुकान चलाने वाले जयराज और उनके बेटे को लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन के कारण 19 जून को पुलिस हिरासत में लिया गया था। 22 जून को सांस लेने में परेशानी होने की शिकायत के बाद बेनिक्स ने दम तोड़ दिया था, जबकि कुछ घंटों बाद ही जयराज की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि मामले में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
परिवार की दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग
मृतकों के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने दोनों को बुरी तरह टॉर्चर किया था। उनके मलाशय पर गंभीर चोटें आई हैं और छाती से बाल नोचे जाने के निशान हैं। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है। वहीं दोनों के खिलाफ दर्ज FIR में पुलिस ने उन पर आपराधिक धमकी देने और पुलिसकर्मियों के साथ गाली-गलौज का आरोप लगाया है। इस घटना के बाद तूतीकोरन में बड़े स्तर पर प्रदर्शन हुए थे।
परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा
मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये के मुआवजे और विपक्षी दल DMK ने 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया है। वहीं सोशल मीडिया पर भी लोग बाप-बेटे के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।
बेहद डरावनी है पुलिस की बर्बरता की कहानी
जयराज और बेनिक्स की मौत की मामले की जो जानकारी सामने आई है, वो बेहद डरावनी है। पुलिस ने कथित तौर पर दोनों को इतनी बुरी तरह पिटा था कि वो खून से लथपथ हो गए थे। खून रोकने के लिए उन्हें दो घंटे तक अस्पताल मे भर्ती कराया गया। बेनिक्स को छह बार नए कपड़े दिए गए, लेकिन वो हर बार खून से तर हो जाते थे। यहां टैप कर आप यह विस्तार से पढ़ सकते हैं।