
झारखंड के विधायकों की गिरफ्तारी: अन्य कांग्रेस विधायक ने असम के मुख्यमंत्री पर लगाए गंभीर आरोप
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में शनिवार रात को करीब 50 लाख रुपये के साथ हिरासत में लिए गए झारखंड कांग्रेस के तीन विधायकों को पुलिस ने पूछताछ के बाद रविवार शाम को गिरफ्तार कर लिया।
इसके अलावा कांग्रेस आलाकमान ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए तीनों विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया है।
इधर, झारखंड कांग्रेस के अन्य विधायक कुमार जयमंगल सिंह ने मामले में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
पृष्ठभूमि
पुलिस ने खुफिया सूचना के आधार पर की थी कार्रवाई
हावड़ा (ग्रामीण) पुलिस ने शनिवार को खूफिया सूचना के आधार पर रानीहेती इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग 16 पर विधायक, जमताड़ा झारखंड लिखी हुई एक SUV को पकड़ा था।
जिसमें जमताड़ा विधायक इरफान अंसारी, खिजरी विधायक राजेश काछप और कोलेबीरा विधायक नमन विक्सेल कोंगारी सवार थे।
पुलिस ने जब कार की तलाशी ली तो उसमें करीब 50 लाख रुपये की अवैध नकदी मिली थी। इसको लेकर पुलिस ने तीनों विधायकों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया था।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें कार में मिली नकदी का वीडियो
#Watch: Huge cash recovery in #WestBengal’s Howrah area from a vehicle in which three Jharkhand MLAs - Rajesh Kachhap MLA KHIJRI AC, Naman Bixal Kongari- MLA KOLEBIRA Irfan Ansari,
— Pooja Mehta (@pooja_news) July 30, 2022
MLA JAMTARA were travelling. Counting still on. pic.twitter.com/kvPiP6NBi5
आरोप
झारखंड कांग्रेस के अन्य विधायक ने मुख्यमंत्री सरमा पर लगाए आरोप
झारखंड कांग्रेस के अन्य विधायक कुमार जयमंगल सिंह ने रांची में तीनों विधायकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए उन पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
उन्होंने दावा किया कि तीनों विधायकों ने सरकार गिराने के लिए असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा के इशारे पर अन्य विधायकों को तोड़ने के लिए 10 करोड़ रुपये की पेशकश की थी, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाए।
दावा
विधायक ने सरमा पर क्या लगाए गए हैं आरोप?
विधायक जयमंगल सिंह का आरोप है कि मुख्यमंत्री सरमा ने कथित तौर पर झारखंड सरकार गिराने के बाद बनने वाली नई सरकार में हर विधायक को मंत्री पद और 10 करोड़ रुपये देने का आश्वासन दिया था।
शिकायत के आधार पर पंचला पुलिस ने तीनों विधायकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 420 (धोखाधड़ी), 120B (आपराधिक साजिश), 171E (रिश्वत) और 34 (सामान्य आशय) तथा और भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धारा 8/9 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जानकारी
कांग्रेस ने तीनों विधायकों को निलंबित किया
इस मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने सख्ती दिखाते हुए तीनों विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया है और पुलिस से मामले की गहन जांच करते हुए उनके खिलाफ कानून के अनुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
खंडन
मुख्यमंत्री सरमा ने किया आरोपों का खंडन
इधर, असम के मुख्यमंत्री सरमा ने इंडियन एक्सप्रेस से आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह शिकायत दबाव में दर्ज की गई थी।
उन्होंने कहा, "जयमंगल का कहना है कि उन्हें तीन अन्य विधायक मेरे पास लाने वाले थे, जबक वह मुझे लंबे समय से जानते हैं। उन्हें मुझ तक पहुंचने के लिए किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं है। FIR से लगता है कि वह मुझे जानते तक नहीं है। यह शिकायत दबाव में दी गई है।"
स्पष्ट
सभी असंतुष्ट कांग्रेसी विधायक मेरे संपर्क में है- सरमा
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, "न केवल झारखंड कांग्रेस के विधायक बल्कि सभी कांग्रेस विधायक, चाहे वह कर्नाटक हो या महाराष्ट्र दैनिक आधार पर उनके संपर्क में हैं।"
उन्होंने कहा, "कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और कई शीर्ष नेता भविष्य पर सलाह के लिए मेरे संपर्क में हैं ... जब भी वो अपनी पार्टी से निराश होते हैं, तो वे आते हैं और मुझसे मिलते हैं।" सरमा के इस दावे के बाद कांग्रेस की आपसी फूट उजागर हो रही है।
आरोप
कांग्रेस का भाजपा पर आरोप
कुछ कांग्रेस नेताओं ने इस मामले को राष्ट्रपति चुनाव में हुई क्रॉस-वोटिंग से जोड़ते हुए इसे भाजपा का 'ऑपरेशन लोटस' करार दिया।
कांग्रेस के मीडिया प्रमुख जयराम रमेश ने ट्विटर पर लिखा कि 'हावड़ा में भाजपा के 'ऑपरेशन लोटस' का पर्दाफाश हो गया है। दिल्ली के 'हम दो' की योजना झारखंड में वही है, जो उन्होंने महाराष्ट्र में किया है।'
झारखंड कांग्रेस नेताओं ने भी ऐसे आरोप लगाते हुए इसे सरकार गिराने की साजिश बताई है।
जवाब
भाजपा ने कांग्रेस से मांगा है जवाब
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने सवाल पूछा कि जब पैसे कांग्रेस विधायकों के पास पकड़े गए हैं, तो इसका जवाब कांग्रेस के केंद्रीय और राज्य नेतृत्व को देना चाहिए या फिर भाजपा को? बंगाल के लिए भी भाजपा जिम्मेदार है क्या? सबने देखा पार्थ चटर्जी और अर्पिता की कहानी। भाजपा किसी साजिश में शामिल नहीं है। पार्टी को बदनाम करने की कोशिश को जा रही है।
इधर, अब मामले को CID को दे दिया गया है।