अमित शाह ने वादा निभाया होता तो आज महाराष्ट्र में भाजपा का मुख्यमंत्री होता- उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में जारी राजनीतिक घटनाक्रमों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर अमित शाह ने ढाई साल तक शिवसेना का मुख्यमंत्री बने रहने का अपना वादा निभाया होता तो महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (MVA) नहीं होती। उनके इस बयान का मतलब निकाला जा रहा है कि अगर भाजपा ढाई साल तक शिवसेना का मुख्यमंत्री बने रहने का वादा निभाती तो पार्टी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के साथ गठबंधन नहीं करती।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ठाकरे ने दिया इस्तीफा
सुप्रीम कोर्ट द्वारा फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने से इनकार करने के बाद उद्धव ठाकरे ने बुधवार रात को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। पद छोड़ने के साथ-साथ उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता भी त्याग दी थी। दरअसल, एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद ठाकरे सरकार अल्पमत में आ गई थी और उन्होंने फ्लोर टेस्ट से पहले ही पद छोड़ दिया था। अब शिंदे भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बने हैं।
इस्तीफा देने के बाद पहली बार बोले ठाकरे
इस्तीफा देने के बाद पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए ठाकरे ने कहा कि अगर अमित शाह ने अपना वादा निभाया होता तो आज महाराष्ट्र में भाजपा का मुख्यमंत्री होता। भाजपा को यह पहले ही कर लेना चाहिए था। कम से कम उसे अपना मुख्यमंत्री मिल जाता। भाजपा ने केवल नाम के लिए एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया है। बता दें कि 2019 में भाजपा और शिवसेना की दोस्ती टूटी थी।
शिवसेना के मुख्यमंत्री नहीं है शिंदे- ठाकरे
ठाकरे ने आगे कहा, "जिस तरीके से सरकार बनाई गई है और एक तथाकथित शिवसेना कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाया गया है, मैंने यही बात अमित शाह से कही थी। यही काम 2019 में विधानसभा चुनाव के बाद सम्मानजनक तरीके से किया जा सकता था। तब शिवसेना आधिकारिक तौर पर आपके साथ थी। यह मुख्यमंत्री (एकनाथ शिंदे) शिवसेना का मुख्यमंत्री नहीं है। अगर शिवसेना वहां नहीं है तो शिवसेना का मुख्यमंत्री भी नहीं हो सकता।"
अपना फैसला पलटने पर क्या बोले ठाकरे?
गुरुवार रात मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पहली बैठक में एकनाथ शिंदे ने आरे में मेट्रोकार शेड को लेकर ठाकरे का फैसला पलट दिया था। इस पर ठाकरे ने कहा, "मेरा गुस्सा मुंबई के लोगों पर मत निकालो। मेट्रो शेड के प्रस्ताव में बदलाव मत कीजिए। मुंबई के पर्यावरण से खिलवाड़ न करें। अगर आप मुझसे गुस्सा हैं तो मुझे नुकसान पहुंचाएं, लेकिन मुंबई और पर्यावरण को बख्श दें। आरे में कार शेड बनाने की जिद न करें।"