NewsBytesExclusive: UP बोर्ड 12वीं टॉपर तनु ने बताया अपनी सफलता का राज, पढ़ें खास बातचीत
क्या है खबर?
27 अप्रैल, 2019 को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Board) ने 10वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया है।
गौतम रघुवंशी ने 97.17 प्रतिशत के साथ हाईस्कूल परीक्षा को टॉप किया है। वहीं तनु तोमर ने UP बोर्ड 12वीं की परीक्षा में 97.83 प्रतिशत के साथ टॉप किया है।
हमारे साथ खास बातचीत में 12वीं की टॉपर तनु तोमर ने अपनी सफलता का राज बताया है।
आइए जानें क्या थी टॉपर तनु की स्ट्रेटजी।
जानकारी
शुरू से ही करना चाहती थीं टॉप
तनु ने बताया कि जब उन्होंने 11वीं में प्रवेश लिया, उससे पहले ही वे सोच चुकीं थीं कि उन्हें 12वीं में टॉप करना है। 12वीं में टॉप करना उनका शुरू से ही सपना रहा है और उन्होंने इसके लिए काफी मेहनत भी की है।
बोर्ड में बदलाव
UP बोर्ड से 12वीं करने के पीछे थी ये वजह
तनु, बागपत के एक किसान हरेंद्र तोमर की बेटी हैं।
तनु ने 10वीं की पढ़ाई CBSE बोर्ड से की है और फिर 11वीं और 12वीं UP बोर्ड से की है।
जब हमने उनसे पूछा कि इसके पीछे कोई खास वजह थी, तो उन्होंने बताया, "गांव में सब कहते थे कि CBSE बोर्ड में तो नंबर आ जाते हैं, UP बोर्ड में लाकर दिखाओ।"
इस बात को उन्होंने एक चैलेंज की तरह लिया और फिर 12वीं में टॉप किया।
टाइम टेबल
15 से 20 घंटे करती थीं पढ़ाई, ये थी स्ट्रेटजी
किसी भी परीक्षा में अच्छा स्कोर करने के लिए एक सही स्ट्रेटजी बनाना बहुत जरूरी है।
जब हमने तनु से पूछा कि उनकी पढ़ाई की क्या स्ट्रेटजी थी, तो उन्होंने बताया, "मैं 11वीं में 15-16 घंटे पढ़ती थीं और 12वीं में जब स्कूल बंद हो गए, तब मैंने 20-20 घंटे पढ़ाई की है।"
साथ ही उन्होंने बताया, "मैंने स्कूल के बाद किसी कोचिंग क्लास से नहीं बल्कि स्कूल से ही एक्सट्रा क्लासेज ली थीं।"
श्रेय
अपने शिक्षक और माता-पिता को दिया श्रेय
जब हमने तनु से पूछा कि वे इस सफलता का श्रेय किसे देना चाहेंगी, तो उन्होंने कहा, "मेरे माता-पिता ने मेरा बहुत साथ दिया, मुझे गाइड किया और मेरे शिक्षकों ने मेरा साथ दिया है। मुझे जब भी कोई परेशानी होती थी, तो मैं अपने शिक्षकों से पूछती थीं।"
उन्होंने कहा कि स्कूल के स्टाफ ने उनका टाइम टेबल बनाने में मदद की और अलग से क्लास दी।
उन्हें प्री-बोर्ड में बताया गया था कि परीक्षा कैसे देनी है।
जानकारी
प्रधानमंत्री मोदी हैं रोल मोडल
उनके रोल मोडल के बारे में पूछने पर तनु ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें अपना रोल मोडल बताया। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें भविष्य में मौका मिले, तो वह भी प्रधानमंत्री मोदी की तरह देश के लिए कुछ करना चाहेंगी।
किताबें vs इंटरनेट
किताबों ने की काफी मदद
तनु ने बताया कि उन्होंने अपनी ज्यादातर पढ़ाई किताबों से की है, लेकिन वे इंटरनेट से भी पढ़ाई करती थीं।
जब हमने उनसे पूछा कि वे पढ़ते-पढ़ते थक जाने पर क्या करती थीं?
इस पर उन्होंने बोला कि वे इंटरनेट पर पढ़ाई से संबंधित वीडियो देखती थीं।
उनके अनुसार इंटरनेट से ज्यादा किताबों ने उनकी मदद की है।
उनका कहना है कि सिर्फ एक महीने में पढ़कर टॉप नहीं कर सकते। इसके लिए पहले से तैयारी करनी होती है।
करियर
बनना चाहती हैं डॉक्टर, बायोलॉजी है पंसदीदा विषय
हमने जब तनु से पूछा कि वे भविष्य में क्या बनना चाहती हैं, तो उन्होंने बताया कि वे डॉक्टर बनना चाहती हैं।
उसके लिए वे NEET परीक्षा देना चाहती हैं। इस साल वे NEET की तैयारी करेंगी और फिर परीक्षा देंगी।
जब हमने उनसे पूछा कि उनका पंसदीदा विषय कौन सा है, तो वे बोली कि उन्हें डॉक्टर बनना है इसलिए उनका पंसदीदा विषय बॉयोलॉजी है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उन्हें कोई भी विषय कठिन नहीं लगता है।
सलाह
छात्रों को दी ये सलाह
जब हमने तनु से पूछा कि क्या उन्हें कभी लगा कि वे टॉप नहीं कर पाएंगी, तो उन्होंने कहा, "एक बार मुझे लगा कि टॉप करना आसान नहीं है, लेकिन जब मेरे शिक्षकों ने मुझसे कहा कि मेहनत करने से सब कुछ हो सकता है, तो मैंने बस मेहनत की।"
छात्रों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा, "मैं छात्रों से कहूंगी कि वे मेहनत करें, क्योंकि कुछ भी पाने के लिए मेहनत जरुरी है और इसका फल जरुर मिलता है।"