सनसनीखेज पत्र: ममता को जिंदा या मुर्दा पकड़ने वाले को 1 करोड़ रुपये इनाम का ऐलान
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक नेता के घर हैरान कर देने वाला पत्र पहुंचा है, जिसमें राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बारे में आपत्तिजनक बातें कही गई हैं और उन्हें जिंदा या मुर्दा पकड़ने वाले को 1 करोड़ रुपये के इनाम देने की घोषणा की गई है। पत्र रविवार को TMC नेता और सांसद अपरूपा पोद्दार के कोलकाता स्थित घर पर पहुंचा, जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी।
ममता को बताया गया राक्षस और जिहादी
पत्र में ममता बनर्जी को राक्षस और जिहादी बताया गया है। इसके अलावा जिस व्यक्ति को उनके बारे में जानकारी और सूचना हो और उन्हें जिंदा या मुर्दा पकड़ सके, उसे 1 करोड़ रुपये के इनाम की बात कही गई है। पत्र पर राजीव कालिया नामक व्यक्ति के हस्ताक्षर हैं और इसमें वापसी के लिए एक पता और 3 फोन नंबर भी लिखे हुए हैं। पोद्दार ने पत्र की एक कॉपी सेरामपुर पुलिस थाने में जमा कराई है।
साक्षी महाराज ने कहा था, हिरण्यकश्यप राक्षस के परिवार से हैं ममता
यह पहली बार नहीं है जब ममता को ऐसे शब्दों से संबोधित किया गया है। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महाराज ने उन्हें हिरण्यकश्यप राक्षस के परिवार का बताया था। उन्होंने कहा था, "हिरण्यकश्यप नाम का एक राक्षस था, जिसने अपने बेटे को जय श्री राम कहने पर जेल में डाल दिया था। यही चीज अब बंगाल में दोहराई जा रही है। लगता है कि ममता हिरण्यकश्यप राक्षस के परिवार से आती हैं।"
कौन था हिरण्यकश्यप राक्षस?
हिंदू धर्म की एक पुराण कथा के अनुसार, प्राचीन भारत में एक हिरण्यकश्यप नामक हिंदू शासक था, जिसने भगवान विष्णु का भक्त होने के लिए अपने बेटे प्रह्लाद को जेल में डाल दिया था। भगवान विष्णु के नरसिंह का अवतार लेकर उसका वध किया था।
क्या है जय श्री राम नारे को लेकर विवाद?
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान ममता के काफिले के दौरान कुछ लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाए थे, जिसके बाद उन्होंने अपनी गाड़ी रोक ली और नाराजगी व्यक्त की। इसके बाद से ही वह भाजपा के निशाने पर चल रही हैं। उन्होंने मामले पर फेसबुक पोस्ट लिखते हुए कहा था, "भाजपा धर्म और राजनीति को मिलाकर जय श्री राम नारे का गलत इस्तेमाल कर रही है। हम राजनीतिक नारों को थोपने पर विश्वास नहीं करते।"
ईद पर बताई थी हिंदुस्तान की अपनी परिभाषा
वहीं, ईद-उल-फितर के मौके पर मुस्लिम समुदाय के एक समूह को संबोधित करते हुए ममता ने देश में धार्मिक एकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा था, "त्याग का नाम हिंदू है, ईमान का नाम मुसलमान है, प्यार का नाम है ईसाई और सिखों का नाम है बलिदान। ये है हमारा प्यारा हिंदुस्तान। इसकी रक्षा हम लोग करेंगे। जो हमसे टकराएगा, वो चूर-चूर हो जाएगा। ये हमारा नारा है।" इसे भाजपा के लिए उनका संदेश माना गया था।