NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / जानें क्या है इशरत जहां 'फेक' एनकाउंटर मामला, जिसमें बरी हुए डीजी वंजारा
    अगली खबर
    जानें क्या है इशरत जहां 'फेक' एनकाउंटर मामला, जिसमें बरी हुए डीजी वंजारा

    जानें क्या है इशरत जहां 'फेक' एनकाउंटर मामला, जिसमें बरी हुए डीजी वंजारा

    लेखन मुकुल तोमर
    May 02, 2019
    02:37 pm

    क्या है खबर?

    केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एक विशेष अदालत ने गुरुवार को पूर्व पुलिस अधिकारी डीजी वंजारा को इशरत जहां फेक एनकाउंटर मामले में सभी आरोपों से बरी कर दिया।

    बंजारा के साथ अन्य पूर्व पुलिस अधिकारी एनके अमीन को भी बरी कर दिया गया है।

    इससे पहले गुजरात सरकार ने CBI को दोनों पर मुकदमा चलाने की मंजूरी नहीं दी थी, जिसके बाद उन्होंने कोर्ट में उन्हें सभी आरोपों से बरी किए जाने की याचिका दायर की थी।

    इशरत जहां एनकाउंटर

    कब और क्यों हुआ था एनकाउंटर?

    15 जून, 2004 को 19 वर्षीय कॉलेज छात्रा इशरत जहां समेत चार अन्य को गुजरात के अहमदाबाद में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था।

    मरने वालों में इशरत के अलावा जावेद शेख, अमजद अली अकबर अली राणा और जीशान जौहर शामिल थे।

    तब अहमदाबाद के डिप्टी पुलिस कमिश्नर रहे वंजारा एनकाउंटर करने वाली पुलिस टीम का नेतृत्व कर रहे थे।

    पुलिस का कहना था कि ये चारों तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर जानलेवा हमला करने के लिए आ रहे थे।

    जानकारी

    पुलिस ने सभी को बताया लश्कर के आतंकी

    पुलिस ने इन चारों लोगों को पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी बताया था। जहां राणा और जौहार पाकिस्तानी नागरिक थे, वहीं आपराधिक पृष्ठभूमि वाला शेख, राणा को पहले से जानता था। इन तीनों लश्कर से जुड़े होने की पूरी संभावना है।

    विवाद

    इशरत के आतंकी होने पर विवाद

    असली विवाद इशरत जहां को लेकर होता है।

    इशरत की मां शमीमा कौसर के अनुसार, वह शेख के साथ काम करती थी और इसी सिलसिले में पहले भी 2 बार सफर कर चुकी थी।

    उनका आरोप है कि इशरत को फर्जी एनकाउंटर में मारा गया।

    लश्कर ने भी एनकाउंटर के बाद इशरत को अपनी सदस्य बताया था, जून 2006 में वह अपने बयान से मुकर गया और इशरत को अपना आतंकी बताने के लिए माफी मांगी।

    बड़ा सवाल

    क्या फर्जी था एनकाउंटर?

    इशरत की मां शमीमा ने अगस्त 2004 में गुजरात हाई कोर्ट में याचिका दायर करते हुए कहा था कि उनकी बेटी को फेक एनकाउंटर में मारा गया है।

    हाई कोर्ट ने 13 अगस्त, 2009 को मामले में एक विशेष जांच दल (SIT) की गठन किया।

    वहीं, नियमों के तहत गुजरात सरकार ने भी मामले में एक मजिस्ट्रेट जांच बिठाई।

    दोनों ही रिपोर्ट में एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए गुजरात पुलिस पर सवाल खड़े किए गए थे।

    CBI जांच

    CBI ने उठाए एनकाउंटर पर गंभीर सवाल

    2011 में हाई कोर्ट ने मामले में नई FIR दर्ज करने का आदेश देते हुए जांच को CBI के हवाले कर दिया।

    CBI ने अपनी जांच में कहा कि एनकाउंटर में मारे गए चारों लोगों को गुजरात पुलिस और राज्य की खुफिया एजेंसी (IB) ने पहले से ही अवैध रूप से अलग-अलग जगहों पर हिरासत में रखा हुआ था।

    इशरत को एनकाउंटर से कुछ ही दिन पहले हिरासत में लिया था।

    एनकाउंटर वाले दिन सभी को एक साथ लाया गया।

    जानकारी

    कई बड़े अधिकारियों को किया गया गिरफ्तार

    CBI ने मामले में 2013 में वंजारा को हिरासत में लिया। इसके अलावा अन्य पुलिस अधिकारी पीपी पांडे को भी गिरफ्तार किया गया। CBI ने राज्य की IB इकाई के प्रमुख राजेंद्र कुमार को भी मामले में आरोपी बनाया था।

    मामले पर राजनीति

    राजनीतिक विवाद का केंद्र है एनकाउंटर

    इशरत जहां फेक एनकाउंटर का यह मामला राजनीतिक भूचाल का भी केंद्र रहा है।

    भाजपा, कांग्रेस पर मामले के जरिए नरेंद्र मोदी पर कीचड़ उछालने का आरोप लगाती है।

    3 मार्च, 2016 को पूर्व गृह सचिव जीके पिल्लई ने यह कहकर सनसनी पैदा कर दी थी कि तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम ने इशरत के लश्कर से संबंध होने की सारी बातों को मिटाने के लिए हलफनामे को बदल दिया था।

    जानकारी

    क्या है हलफनामे वाला पूरा मामला?

    6 अगस्त, 2009 को तत्कालीन UPA सरकार ने हाई कोर्ट में हलफनामा दाखिल करते हुए इशरत को लश्कर आतंकी बताया था। जबकि 29 सितंबर, 2009 को UPA सरकार ने दूसरा हलफनामा दाखिल किया, जिसमें इशरत के लश्कर आतंकी होने की बात नहीं थी।

    आरोप

    विरोधियों का मोदी-शाह पर फर्जी एनकाउंटर कराने का आरोप

    विरोधी मामले में नरेंद्र मोदी और अमित शाह को खींचते हुए आरोप लगाते हैं कि उन्होंने वंजारा जैसे पुलिस अधिकारियों का प्रयोग करते हुए कई फेक एनकाउंटर करवाए।

    बता दें कि 2002-2006 के बीच गुजरात में 5 ऐसे एनकाउंटर हुए थे, जिनके फर्जी होने का आरोप लगता है। वंजारा इन सभी में आरोपी हैं।

    इशरत की तरह इस सूची में शामिल सोहराबुद्दीन शेख और तुलसीराम प्रजापति एनकाउंटर केस भी अक्सर विवादों के केंद्र में रहता है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    नरेंद्र मोदी
    केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI)
    गुजरात
    अमित शाह

    ताज़ा खबरें

    जीमेल में अब स्मार्ट रिप्लाई होंगे और भी बेहतर, गूगल ने जोड़ा नया AI फीचर जीमेल
    I/O 2025: गूगल ने जेमिनी में जोड़ा AI असिस्टेंट, अब लाइव पहचान कर सुधारेगा गलतियां गूगल
    IPL 2025: वैभव सूर्यवंशी ने लगाया अर्धशतक, बने हमारे 'प्लेयर ऑफ द डे' वैभव सूर्यवंशी
    IPL 2025: RR ने CSK को दी शिकस्त, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025

    नरेंद्र मोदी

    नागपुर: RSS के गढ़ से राहुल गांधी की हुंकार, चुनाव बाद जेल जाएगा 'चौकीदार' भारतीय जनता पार्टी
    आ गई 'पीएम नरेंद्र मोदी' की नई रिलीज़ डेट, मेकर्स ने किया ऐलान भारतीय जनता पार्टी
    सुषमा स्वराज की नसीहत- आडवाणी जी पिता समान, भाषा की मर्यादा रखें राहुल गांधी सुषमा स्वराज
    PDP के साथ गठबंधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने मानी गलती, कहा- वो हमारी 'महामिलावट' थी कांग्रेस समाचार

    केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI)

    अब आपके कंप्यूटर की कभी भी जांच कर सकती हैं एजेंसियां, सरकार ने जारी किया आदेश केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT)
    सोहराबुद्दीन मामले में CBI कोर्ट का फैसला- सबूतों के अभाव में सभी 22 आरोपी बरी सोहराबुद्दीन मुठभेड़
    PNB घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी ने कहा- खराब सेहत के कारण नहीं आ सकता भारत नीरव मोदी
    क्यों और कैसे हुई आलोक वर्मा की CBI निदेशक के पद से छुट्टी, जानें नरेंद्र मोदी

    गुजरात

    गुजरात और हरियाणा समेत इन पांच राज्यों में महंगी होगी बिजली हरियाणा
    पर्यटकों की पहली पसंद बन रहा है स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, अब तक देखने आए लाखों पर्यटक पर्यटन
    अब 6 जनवरी को आयोजित होगी रद्द की गई गुजरात पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा शिक्षा
    गुजरातः स्कूलों में हाजिरी लगाने के लिए छात्रों को बोलना होगा 'जय हिंद' और 'जय भारत' शिक्षा

    अमित शाह

    अखिलेश-मायावती का गठबंधन भाजपा के लिए कितना बड़ा खतरा, देखें विश्लेषण नरेंद्र मोदी
    इन 5 कारणों से मोदी को एक बार फिर मिल सकती है प्रधानमंत्री की गद्दी भारतीय जनता पार्टी
    ममता के गढ़ में अमित शाह, जानें क्या है भाजपा की 'लुक ईस्ट रणनीति' भारतीय जनता पार्टी
    फिर रोकी गई शाह के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग, आखिर भाजपा से क्यों डर रही हैं ममता? पश्चिम बंगाल
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025