पुलवामा आतंकी हमलाः केंद्रीय सुरक्षा समिति की बैठक खत्म, पाकिस्तान से वापस लिया MFN का दर्जा
पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 41 जवान शहीद हो गए हैं। CRPF का यह काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था। पाकिस्तान स्थित आंतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले के बाद देशभर में गुस्सा उबाल पर है। प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और सभी राजनैतिक पार्टियों ने हमले की कड़ी निंदा है और कहा कि देश इस मुश्किल घड़ी में एकजुटता के साथ खड़ा है।
इस आतंकी ने दिया हमले को अंजाम
हमले को अंजाम देने वाले आंतकी का नाम आदिल अहमद डार है। आदिल ने विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियों CRPF की बस से टकरा दी थी, जिसके बाद जोरदार धमाका हुआ। हमले के बाद आतंकियों ने CRPF के काफिले पर गोलीबारी भी की। जब तक जवान मोर्चा संभालते आतंकी वहां से फरार हो गए थे। आदिल पुलवामा के काकपोरा का रहने वाला है। वह एक साल आंतकी संगठन गजावत-उल-हिंद में शामिल हुआ था। कुछ महीने पहले उसने जैश ज्वाइन किया था।
जांच के लिए जाएगी NIA और CFSL
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी आज घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर देगी। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी इस मामले में कई जगह छापेमारी की है। इनके अलावा सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री (CFSL) की टीम भी घटनास्थल पर जाएगी।
घटनास्थल की ताजा तस्वीरें
CCS की बैठक खत्म
हमले के बाद सरकार ने कहा कि शहीद जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस हमले के बाद की रणनीति बनाने के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय सुरक्षा कमेटी (CCS) की बैठक हुई थी। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, CRPF के DG, सेना और खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने भाग लिया। इनके अलावा रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री भी इस बैठक में शामिल रहे।
CCS की बैठक खत्म
पाकिस्तान से छीना गया MFN का दर्जा
CCS की बैठक के बाद अरुण जेटली ने कहा कि पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को दिया गया 'मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN)' का दर्जा वापस ले लिया गया है।
दुनियाभर ने की हमले की निंदा
CRPF के काफिले पर हुए हमले की दुनियाभर में निंदा की गई है। संयुक्त राष्ट्र ने भी इस कायराना वारदात की कड़ी निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि वो उम्मीद करता है कि इसके दोषियों को उचित सजा दी जाएगी। अमेरिका, रूस, बांग्लादेश, मालदीव, नेपाल, इजरायल और फ्रांस समेत दुनियाभर के कई देशों ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में वे भारत के साथ खड़े हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने की हमले की निंदा
पहले से था हमले का अलर्ट?
CRPF के इस काफिले पर श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर लाथपोरा कस्बे के करीब हमला किया गया है। इस काफिले में 2,547 जवान 78 गाड़ियों में सवार होकर श्रीनगर की तरफ जा रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों ने IED ब्लास्ट को लेकर अलर्ट जारी किया हुआ था। इसमें कहा गया था कि आतंकी सुरक्षा बलों के डिप्लॉयमेन्ट को निशाना बना सकते हैं। इसके बाद सवाल उठ रहे हैं अलर्ट के बाद भी इतना बड़ा हमला कैसे हो गया?
गृहमंत्री और राज्यपाल जाएंगे श्रीनगर
हमले के बाद हालात का जायजा लेने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह 12 बजे श्रीनगर के लिए रवाना होंगे। हमले के बाद राजनाथ सिंह ने कहा था कि इस हमले का बदला लिया जाएगा। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी श्रीनगर जाएंगे।