
xAI का ग्रोक 2.5 मॉडल हुआ ओपन सोर्स, ग्रोक 3 को लेकर भी हुई घोषणा
क्या है खबर?
अरबपति एलन मस्क की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप xAI ने अपने ग्रोक 2.5 मॉडल को ओपन सोर्स कर दिया है। साथ ही लगभग 6 महीने में अपने ग्रोक 3 मॉडल के लिए भी ऐसा ही करने की योजना है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में ग्राेक 3 को फरवरी में एक लाइव-स्ट्रीम में लॉन्च किया था। इसके अलावा उन्होंने इस साल के अंत तक ग्रोक 5 मॉडल लॉन्च करने की योजना का भी खुलासा किया था।
पोस्ट
दूसरी कंपनियों का किया अनुसरण
मस्क ने एक पोस्ट में लिखा, "@xAI ग्रोक 2.5 मॉडल, जो पिछले साल हमारा सबसे अच्छा मॉडल था, अब ओपन सोर्स है। ग्रोक 3 को लगभग 6 महीनों में ओपन सोर्स बना दिया जाएगा।" xAI ने इसके लिए अपनी मुख्य प्रतिद्वंद्वी OpenAI का अनुसरण किया है, जिसने इस साल की शुरुआत में 2 ओपन-सोर्स मॉडल उतारे थे। मेटा का लामा पहले ओपन-सोर्स मॉडल्स में से एक रहा है। साथ ही कई चीनी कंपनियों ने भी ऐसे मॉडल लॉन्च किए हैं।
विवाद
विवादों में घिर चुका है ग्राेक
मस्क का ग्रोक AI हाल ही में विवादों के केंद्र में रहा है, क्योंकि यह खुलासा हुआ है कि इस चैटबॉट ने अपने लाखों यूजर्स की निजी बातचीत ऑनलाइन लीक कर दी थी। जब यूजर्स ने चैटबॉट पर 'शेयर' बटन पर क्लिक किया तो एक अनोखा URL बन गया, जिससे बातचीत गूगल, माइक्रोसॉफ्ट के बिंग और डकडकगो जैसे सर्च इंजनों के लिए भी उपलब्ध हो गई। इससे हजारों यूजर्स की गोपनीयता खतरे में पड़ गई और ग्रोक की आलोचना हुई।
ओपन सोर्स
क्या होता है ओपन सोर्स?
ओपन सोर्स का मतलब ऐसा साॅफ्टवेयर है, जिसका सोर्स कोड (प्रोग्रामिंग कोड) सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होता है, जिससे कोई भी व्यक्ति उसे देख सकता है, उसमें बदलाव कर सकता है और उसे अपनी इच्छानुसार दोबारा शेयर कर सकता है। यह समुदाय द्वारा संचालित विकास को बढ़ावा देता है, पारदर्शिता लाता है और नवाचार को गति देता है। अब यही दृष्टिकोण AI मॉडल में अपनाया जा रहा है, जिसका कोई भी निरीक्षण, संशोधन और संवर्द्धन कर सकता है।