नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह से पहले विपक्ष ने भाजपा को दी चेतावनी
नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबधंन (NDA) के समर्थन के बाद रविवार शाम को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने को तैयार है। इस बीच भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (INDIA) के नेताओं ने भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा है कि यह गठबंधन सरकार नहीं चलेगी। इसका कारण है कि भाजपा बहुमत से बहुत दूर रह गई और उसे सरकार चलाने के लिए गठबंधन नेताओं के साथ समझौता करना पड़ेगा। आइए पूरी खबर पर नजर डालते हैं।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने दिया अहम बयान
शपथ ग्रहण समारोह से पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सरकार के स्थायित्व पर बड़ा अहम बयान दिया है। उन्होंने नई सरकार के लंबे समय तक टिके रहने पर संदेह व्यक्त करते हुए कहा, "यह सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी।" बता दें कि 240 लोकसभा सीटों के साथ भाजपा सरकार बनाने के लिए आवश्यक बहुमत (272) से पीछे रह गई है और सरकार को बनाए रखने के लिए NDA के सहयोगी दलों के समर्थन पर निर्भर है।
विपक्ष ने दिए भविष्य में सरकार बनाने के संकेत
इस बीच तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी ने लोकसभा में 234 सीटें जीतने वाले विपक्षी गठबंधन द्वारा सरकार बनाने के संभावित भविष्य के दावे का संकेत दिया। उन्होंने कहा, "भाजपा अलोकतांत्रिक और अवैध तरीके से सरकार बना रही है।" उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने 'देखो और इंतजार करो' का रुख अपनाया है। बनर्जी ने यह भी मांग की कि भाजपा को बहुमत हासिल करने में विफलता के कारण मोदी को पद छोड़ना चाहिए।
नायडू और नीतीश के बिना प्रधानमंत्री नहीं होते मोदी- रमेश
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मोदी के प्रधानमंत्री बनने में जनता दल यूनाइटेड (JDU) प्रमुख नीतीश कुमार और तेलुगु देशम पाटी (TDP) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "नरेंद्र मोदी को 2024 के चुनावों में विनाशकारी व्यक्तिगत क्षति, राजनीतिक हार और नैतिक पराजय का सामना करना पड़ा है। वह एक तिहाई प्रधानमंत्री ही हैं, क्योंकि नायडू और नीतीश के बिना वह प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं।"
NDA सहयोगियों ने की मोदी को समर्थन की पुष्टि
विपक्षी नेताओं द्वारा व्यक्त किए गए संदेह के बावजूद NDA के प्रमुख सहयोगी नीतीश और नायडू ने मोदी के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की थी। मोदी आज शाम 7:15 बजे भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में प्रमुख विदेशी गणमान्य व्यक्तियों सहित लगभग 8,000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इनमें श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना आदि शामिल हैं।