#NewsBytesExplainer: भाजपा के कुल उम्मीदवारों में 28 प्रतिशत दलबदलू, किस पार्टी से आए कितने नेता?
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 9 अलग-अलग सूचियों में 417 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के लिए पार्टी हरसंभव कोशिश कर रही है। इसी कड़ी में उसने 28 प्रतिशत ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जो दूसरी पार्टी से आए हैं। इनमें से भी सबसे ज्यादा नेता कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए हैं। आइए जानते हैं कि पार्टी में कितने दलबदलुओं को जगह मिली है।
भाजपा में किस पार्टी से कितने नेता आए?
भाजपा में आने वाले नेताओं में 37 कांग्रेस से हैं, जो किसी भी पार्टी से आने वाले दलबदलुओं का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके बाद भारत राष्ट्र समिति (BRS) से 9, बहुजन समाज पार्टी (BSP) से 8, तृणमूल कांग्रेस (TMC) से 7 और बीजू जनता दल (BJD) से 6 नेता आए हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और समाजवादी पार्टी (SP) से 6 और ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (AIADMK) से आए 4 नेताओं को टिकट मिला है।
उत्तर प्रदेश में 20 दलबदलुओं को टिकट
लोकसभा सीटों के लिहाज से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भाजपा ने अब तक 64 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। इनमें से 20 सीटों पर ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है, जो चुनाव से पहले पाला बदलकर भाजपा में आए हैं। इन 20 में से 7 उम्मीदवार 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा में शामिल हुए थे, जबकि 4 2019 और 2024 के बीच पार्टी में शामिल हुए हैं।
बाकी राज्यों में क्या है हाल?
हरियाणा के 10 में से 6 उम्मीदवार दलबदलू हैं। ये सभी कांग्रेस से भाजपा में आए हैं। महाराष्ट्र में अब तक घोषित 24 उम्मीदवारों में से 7 दलबदलू हैं। इसी तरह झारखंड में 14 में से 6 उम्मीदवार बाहरी हैं। असम में पार्टी के 11 में से 5 उम्मीदवार पाला बदलकर आए हैं। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 11 उम्मीदवार उतारे हैं। इनमें से 2 दूसरी पार्टियों से आए हैं। दिल्ली के 7 में से 2 उम्मीदवार दलबदलू हैं।
6 राज्यों में 50 फीसदी से ज्यादा उम्मीदवार दलबदलू
6 राज्य ऐसे हैं, जहां भाजपा दलबदलू नेताओं के भरोसे है। आंध्र प्रदेश में 6 में से 5 (83 फीसदी) उम्मीदवार बाहरी हैं। दादर और नगर हवेली में 2 में से एक (50 फीसदी), हरियाणा में 10 में से (60 फीसदी), तेलंगाना में 17 में से 12 (70.59 फीसदी), पंजाब में 6 में से 4 (66 फीसदी) उम्मीदवार दूसरी पार्टियों से पाला बदलकर भाजपा में आए हैं। पुडुचेरी में पार्टी का एकमात्र उम्मीदवार दूसरी पार्टी से आया है।
कांग्रेस से आए किन दिग्गज नेताओं को मिला टिकट?
कांग्रेस से भाजपा में आए दिग्गज नेताओं में ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद जैसे बड़े नाम शामिल हैं। सिंधिया अपनी पारंपरिक सीट गुना से चुनावी मैदान में हैं तो प्रसाद को उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट से वरुण गांधी की जगह मौका मिला है। दक्षिण में पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी भाजपा में आए थे, जिन्हें केरल की पथानामथिट्टा सीट से टिकट मिला है।
4 सीटों पर भाजपा के टिकट से मैदान में सहयोगी पार्टियों के उम्मीदवार
कम से कम 4 सीटें ऐसी हैं, जहां भाजपा की सहयोगी पार्टियों के उम्मीदवार उसके टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर से निषाद पार्टी के प्रवीण कुमार निषाद भाजपा के चुनाव चिन्ह पर मैदान में हैं। इसके अलावा वेल्लोर (न्यू जस्टिस पार्टी), पेरंबलुर (इंडिया जननायगा काची) और तेनकासी (तमिलनाडु मुस्लिम मुनेत्र कड़गम) सीटों पर भी उम्मीदवार भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं।
दलबदलुओं को टिकट दिए जाने का हो रहा है विरोध
चुनाव से ठीक पहले दलबदल कर भाजपा में आने वाले नेताओं को निष्ठावान कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना भी करना पड़ा है। गुजरात के साबरकंठा में कांग्रेस के पूर्व विधायक महेंद्र सिंह बरैया की पत्नी को टिकट दिए जाने का स्थानीय नेताओं ने विरोध किया है। कर्नाटक की बेलागावी सीट पर भी कार्यकर्ताओं ने बाहरी नेता को टिकट देने का विरोध किया था। दूसरे राज्यों में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं।