लोकसभा चुनाव में गलत सूचना से निपटने के लिए मेटा ने बनाई यह योजना
क्या है खबर?
चुनाव आयोग ने हाल ही में घोषणा की है कि 2024 लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से 1 जून तक 7 चरणों में होंगे।
आगामी लोकसभा चुनावों के दौरान अपने प्लेटफॉर्म पर गलत सूचना को सीमित करने, मतदाता हस्तक्षेप को खत्म करने और पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए इंस्टाग्राम और फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा ने अपनी व्यापक योजना का खुलासा किया है।
मेटा ने कहा है कि योजना संभावित खतरों को रोकने में चुनाव संचालन केंद्र का मदद करेगी।
योजना
गलत सूचना से निपटने के लिए मेटा की योजना
मेटा इस चुनाव में अपने स्थानीय भागीदारों से इनपुट के आधार पर झूठे दावों से संबंधित कंटेंट ऐसे को हटाएगी, जिसमें एक धर्म का कोई व्यक्ति दूसरे धर्म के किसी अन्य व्यक्ति को शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचा रहा या परेशान कर रहा हो।
मेटा पहले से ही ऐसे गंभीर प्रकार की गलत सूचना को हटाती आ रही है, जो मतदान को प्रभावित कर सकती है या आसन्न हिंसा करा सकती है।
काम
2019 से चुनाव आयोग के साथ काम कर रही मेटा
मेटा ने बताया है कि वह 2019 में हस्ताक्षरित एक स्वैच्छिक आचार संहिता के माध्यम से भारत के चुनाव आयोग के साथ मिलकर काम कर रही है, जो चुनाव आयोग को गैरकानूनी कंटेट को चिह्नित करने के लिए एक खास चैनल प्रदान करता है।
इस लोकसभा चुनाव में गलत सूचना से निपटने के लिए मेटा का भारत-विशिष्ट संचालन केंद्र कंपनी के डाटा विज्ञान, इंजीनियरिंग, अनुसंधान, संचालन, कंटेंट नीति और कानूनी टीमों के विशेषज्ञों को एक साथ लाएगा।