चुनाव आयोग ने 6 राज्यों के गृह सचिव हटाए, बंगाल पुलिस प्रमुख को भी हटाया
क्या है खबर?
लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा फैसला लेते हुए चुनाव आयोग ने 6 राज्यों के गृह सचिवों को हटा दिया है।
इसके अलावा पश्चिम बंगाल के पुलिस प्रमुख राजीव कुमार और अन्य कुछ अधिकारियों को भी हटाया गया है।
आयोग ने कहा कि उसने ये फैसला स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए लिया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की नवनियुक्त चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ बैठक के बाद ये आदेश आया है।
राज्य
किन-किन राज्यों के गृह सचिव हटाए गए?
चुनाव आयोग ने जिन राज्यों के गृह सचिवों को हटाया है, उनमें गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड शामिल हैं।
अभी गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड में भाजपा या उसके गठबंधन की सरकार है, वहीं झारखंड और हिमाचल में कांग्रेस या उसके गठबंधन की सरकार है।
इन अधिकारियों के अलावा आयोग ने मिजोरम और हिमाचल प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभागों के सचिवों को भी हटा दिया है।
अन्य फैसले
BMC कमिश्नर को भी हटाया गया
आयोग ने बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के कमिश्नर इकबाल सिंह चहल और अन्य शीर्ष पदाधिकारियों को भी हटा दिया है। उसने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को आज शाम 6 बजे तक इस पर अमल करने को कहा है।
राज्य के अन्य नगर निगमों के अधिकारियों को भी हटाया गया है।
आयोग ने मुख्य सचिव से नाराजगी भी व्यक्त की। दरअसल, सभी राज्यों से नियमानुसार चुनाव संबंधित अधिकारियों के तबादले को कहा गया था, लेकिन महाराष्ट्र ने ऐसा नहीं किया।
कारण
चुनाव आयोग ने अधिकारियों को क्यों हटाया?
चुनाव आयोग ने इन सभी अधिकारियों को इसलिए हटाया है, ताकि सभी पार्टियों के लिए बराबर का मुकाबला रहे और चुनाव प्रक्रिया की अखंडता बनी रहे।
दरअसल, हटाए गए अधिकारी के पास संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के कार्यालय में दोहरी जिम्मेदारी थी। आशंका थी कि इससे चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता और तटस्थता प्रभावित हो सकती थी या प्रभावित होती हुई दिख सकती थी, खासकर कानून व्यवस्था और सुरक्षा बलों की तैनाती के मामलों में।
जानकारी
पहले भी चुनावी जिम्मेदारी से दूर रहे हैं बंगाल पुलिस प्रमुख
बंगाल पुलिस प्रमुख राजीव कुमार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का करीबी माना जाता है। ये पहली बार नहीं है जब उन्हें चुनावी जिम्मेदारी से दूर रखा गया है। 2016 बंगाल विधानसभा चुनाव और 2019 लोकसभा चुनाव में भी उन्हें चुनावी जिम्मेदारी नहीं दी गई थी।
लोकसभा चुनाव
19 अप्रैल से शुरू होने हैं लोकसभा चुनाव
बता दें कि चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर चुका है और देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू है।
देश में 19 अप्रैल से 1 जून तक 7 चरणों में मतदान होगा और 4 जून को नतीजे आएंगे।
19 अप्रैल को पहले, 26 अप्रैल को दूसरे, 7 मई को तीसरे, 13 मई को चौथे, 20 मई को पांचवें, 25 मई को छठवें और 1 जून को सातवें चरण का मतदान होगा।