#NewsBytesExplainer: 97 करोड़ मतदाता, 55 लाख EVM; आंकड़ों में कितना बड़ा है भारत का लोकसभा चुनाव?
क्या है खबर?
दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश और सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है।
7 चरणों में होने वाले इस चुनाव के दौरान दुनिया के किसी भी देश की तुलना में सबसे ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। यह चुनाव विशाल होने के साथ ही कई चुनौतियों की वजह से जटिल भी हैं।
आइए जानते हैं कि आंकड़ों में भारत का लोकसभा चुनाव कितना बड़ा है।
लोकसभा चुनाव
82 दिन तक चलेगा चुनावी कार्यक्रम
16 मार्च को लोकसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के साथ ही आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है। ये 4 जून को चुनावी नतीजे जारी होने तक 82 दिनों तक लागू रहेगी।
इस दौरान 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और एक जून को मतदान होगा। कुछ राज्यों में एक ही चरण में सभी सीटों पर तो कुछ में कई चरणों में मतदान होगा।
मतदाता
96.8 करोड़ मतदाता चुनेंगे सरकार
इन लोकसभा चुनावों में कुल 96.8 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 49.7 करोड़, महिला मतदाताओं की संख्या 47.1 करोड़ और ट्रांसजेंडर मतदाताओं की संख्या 48,000 है।
कुल मतदाताओं की संख्या यूरोप के सभी देशों की कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है।
भारत की तुलना में अमेरिका में 16.8 करोड़, मैक्सिको में 9.8 करोड़, पाकिस्तान में 12.8 करोड़, रूस में 11.4 करोड़ और बांग्लादेश में 20.4 करोड़ मतदाता हैं।
EVM
55 लाख EVM का होगा इस्तेमाल
चुनाव के लिए देशभर में 10.5 लाख मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर 55 लाख इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के जरिए मतदान होगा।
इस दौरान 1.50 करोड़ सुरक्षाकर्मियों और अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। दुर्गम इलाकों में मतदान के लिए ऊंट, हाथी, घोड़े से लेकर हेलीकॉप्टर तक का इस्तेमाल किया जाएगा।
दिव्यांगों और 85 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों का वोट लेने के लिए अधिकारी उनके घर जाएंगे।
खर्च
दुनिया का सबसे खर्चीला चुनाव
अनुमानों के मुताबिक, भारत का लोकसभा चुनाव दुनिया का सबसे महंगा चुनाव होगा। इस दौरान 1.19 लाख करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
यह खर्च 2019 के लोकसभा चुनावों से दोगुना और अमेरिका में 2020 के कांग्रेस और राष्ट्रपति चुनावों के दौरान राजनीतिक खर्च के लगभग बराबर है।
हालांकि, खर्च को लेकर अलग-अलग अनुमान है, क्योंकि मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब, कपड़े समेत और भी कई चीजों पर बेहिसाब खर्च होता है।
मतदान केंद्र
15,256 फीट पर दुनिया का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र
हिमाचल प्रदेश के टशीगंग में 15,256 फीट की ऊंचाई पर मतदान केंद्र बनाया गया है, जिसे दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र का दर्जा मिला हुआ है।
2019 के लोकसभा चुनावों में अरुणाचल प्रदेश में केवल एक मतदाता के लिए अधिकारियों ने पहाड़ों और नदियों से होते हुए 4 दिन में 482 किलोमीटर का सफर किया था। संवेदनशील नक्सल प्रभावित इलाकों में भी अधिकारी कई जटिलताओं का सामना करते हुए चुनाव संपन्न कराते हैं।
पार्टियां
2,660 राजनीतिक पार्टियां मैदान में
देश में लगभग 2,660 पंजीकृत राजनीतिक पार्टियां हैं। 2019 में 7 राष्ट्रीय पार्टियों, 43 राज्य पार्टियों और 623 गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टियों ने चुनावों में हिस्सा लिया था।
तब 8,054 उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई थी, जिनमें से 3,461 निर्दलीय थे। जीतने वाले 543 उम्मीदवारों में से 397 राष्ट्रीय पार्टियों, 136 राज्य स्तरीय पार्टियों, 6 गैर-मान्यता प्राप्त पार्टियों और 4 निर्दलीय थे। कम से कम 36 पार्टियों ने एक या एक से ज्यादा सीट जीती थी।