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गर्मियों में ठंडक का अहसास दिला सकते हैं ये योगासन और प्राणायाम, जानिए अभ्यास का तरीका

गर्मियों में ठंडक का अहसास दिला सकते हैं ये योगासन और प्राणायाम, जानिए अभ्यास का तरीका

लेखन अंजली
Apr 15, 2021
06:45 am

क्या है खबर?

गर्मी के मौसम में शरीर के साथ-साथ मन भी कुम्हलाने लगता है और गर्मी के कारण कई तरह की बीमारियां होने का भी खतरा बना रहता है। वहीं, तपती गर्मी में ठंडक के लिए लोग फ्रिज का पानी पीते रहते हैं, जिससे सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों और प्राणायाम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका अभ्यास करके गर्मियों में ठंडक का अहसास रहेगा और आप बीमारियों से भी बचे रहेंगे।

#1

मार्जरी आसन

इसके लिए सबसे पहले योग मैट पर वज्रासन की स्थिति में बैठ जाएं और फिर हाथों को आगे की ओर फैलाकर घुटनों के बल आ जाएं। अब सांस लेते हुए कमर को नीचे की ओर करें और गर्दन को ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड इस अवस्था में बने रहें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए रीढ़ को ऊपर करें और गर्दन को नीचे की ओर झुकाएं। कुछ सेकंड इसी अवस्था में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।

#2

शीतली प्राणायाम

सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन या किसी भी आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं और आंखें बंद कर लें। अब अपने हाथों को ज्ञानमुद्रा में घुटनों पर रखें और फिर दोनों किनारों से अपनी जीभ को मोड़कर पाइप का आकार बना लें। इसके बाद इसी स्थिति में लंबी और गहरी सांस लेकर जीभ को अन्दर करें और मुंह को बंद कर लें। अब सांस को अपनी नाक के जरिए धीरे-धीरे निकालें। इस प्रक्रिया को कम से कम 20-25 बार दोहराएं।

#3

नौकासन

नौकासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर शवासन की मुद्रा में बिल्कुल सीधे लेट जाएं। फिर अपने दोनों पैरों के पंजों को आपस में जोड़ें और सांस लेते हुए उन्हें 45 डिग्री तक उठा लें। अब अपने दोनों हाथों को कंधे की सीध में उठाते हुए घुटनों की तरफ एकदम सीधा रखें। इसी अवस्था में अपने सिर और पीठ को भी उठाएं और नाव का आकार ले लें। अंत में सांस छोड़ते हुए योगासन को छोड़ें।

#4

भुजंगासन

इस योगासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले योगा मैट पर अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों पर दबाव देते हुए अपने शरीर को जहां तक संभव हो सके उठाने की कोशिश करें। इस दौरान सामान्य तरीके से सांस लेते रहें। इसके बाद कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। इस योगासन को कई बार दोहराएं।