कपालभाति: बेहद फायदेमंद है यह प्राणायाम, जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
अगर आप अपने शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर रखना चाहते हैं तो आपके लिए नियमित तौर पर कुछ प्राणायाम का अभ्यास बहुत लाभदायक सिद्ध हो सकता है।
ऐसा ही एक प्राणायाम है कपालभाति प्राणायाम, जिसका नियमित रूप से अभ्यास करते रहने से आपको कई तरह के स्वास्थ्य संबंधी लाभ मिल सकते हैं।
चलिए फिर आज कपालभाति प्राणायाम के अभ्यास का तरीका और इससे जुड़ी कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
अभ्यास
कपालभाति प्राणायाम के अभ्यास का तरीका
सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन की स्थिति में बैठ जाएं और अपने दोनों हाथों को घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रख लें।
इसके बाद अपनी दोनों आंखों को बंद करें और अपने पूरे शरीर को ढीला छोड़कर नाक से गहरी सांस लें। फिर पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते हुए सांस छोड़ें और सांस छोड़ते समय ज्यादा दबाव न डालें।
कुछ मिनट इस प्रकिया को दोहराने के बाद धीरे-धीरे आंखों को खोलें और प्राणायाम का अभ्यास बंद कर दें।
सावधानियां
अभ्यास के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
1) जिन लोगों को मिर्गी, हर्निया, अनिद्रा और माइग्रेन की समस्या है, वे कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास न करें। वहीं जिन्हें दमा की शिकायत है वो डॉक्टरी सलाह के बाद ही कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास करें।
2) जिन लोगों को नाक से खून आने की समस्या है, उन्हें भी कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास करने से बचना चाहिए।
3) महिलाएं गर्भावस्था और पीरियड्स के दौरान कपालभाति का अभ्यास करने से बचें।
फायदे
कपालभाति प्राणायाम के रोजाना अभ्यास से मिलने वाले फायदे
1) अगर आप रोजाना कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास करते हैं तो इससे आपका मस्तिष्क और तांत्रिक तंत्र ऊर्जान्वित होता है।
2) इस प्राणायाम से मेटाबॉलिज्म की कार्यक्षमता को बढ़ावा मिलता है जिससे वजन नियंत्रित करने में काफी मदद मिल सकती है। इससे पाचन क्रिया पर भी सकारात्मक असर पड़ता है।
3) यह प्राणायाम ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है और चेहरे पर निखार लाता है।
4) कपालभाति मधुमेह को नियंत्रित रखने में भी सहायक है।
खास टिप्स
कपालभाति प्राणायाम के अभ्यास से जुड़ी खास टिप्स
1) इस प्राणायाम का अभ्यास करने से पहले अपनी नाक को अच्छे से साफ कर लें।
2) कपालभाति का अभ्यास करने से कुछ देर पहले और बाद में किसी तरह के खाद्य या पेय पदार्थ का सेवन न करें और ऐसा करने पर आप प्राणायाम के अभ्यास के दौरान असहज महसूस कर सकते हैं।
3) अगर आप पहली बार इस प्राणायाम का अभ्यास करने जा रहे हैं तो बेहतर होगा कि आप इसके लिए किसी विशेषज्ञ की मदद लें।