
ट्रंप के टैरिफ के बावजूद ऐपल भारत में ही बनाएगी आईफोन 17 के सभी मॉडल
क्या है खबर?
टेक दिग्गज कंपनी ऐपल भारत में लगातार अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा रही है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के बावजूद, कंपनी आईफोन 17 के सभी मॉडल भारत में ही बनाएगी और उन्हें अमेरिकी बाजार में भेजेगी। इसमें आईफोन 17, आईफोन 17 प्रो, आईफोन 17 प्रो मैक्स और आईफोन 17 एयर शामिल होंगे। इन मॉडलों की बिक्री अगले महीने से अमेरिका में शुरू हो जाएगी।
झुकाव
चीन से भारत की ओर झुकाव
इस साल की शुरुआत में ऐपल ने अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध के प्रभावों से बचने के लिए अपने आईफोन निर्माण का बड़ा हिस्सा भारत में स्थानांतरित कर दिया था। कंपनी पहले से ही आपूर्ति श्रृंखला को विविध बनाने के लिए चीन पर निर्भरता घटा रही थी। कोविड-19 महामारी के दौरान चीन में कारखाने बंद रहने से ऐपल को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। इसी अनुभव के चलते कंपनी ने भारत को एक मजबूत मैन्युफैक्चरिंग केंद्र के रूप में चुना है।
बढ़ोतरी
उत्पादन और निर्यात में बढ़ोतरी
वर्तमान में दुनियाभर में बिकने वाले लगभग 20 प्रतिशत आईफोन भारत में बनते हैं। अनुमान है कि 2027 तक यह आंकड़ा 26-40 प्रतिशत तक पहुंच सकता है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट बताती है कि अप्रैल से जुलाई, 2024 के बीच भारत से 7.5 अरब डॉलर (लगभग 650 अरब रुपये) मूल्य के आईफोन निर्यात हुए। तुलना करें तो पिछले पूरे वित्तीय वर्ष में यह आंकड़ा लगभग 1,500 अरब रुपये रहा था, जिससे साफ है कि उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है।
भूमिका
टाटा और फॉक्सकॉन की बड़ी भूमिका
भारत में वर्तमान समय में आईफोन निर्माण कम से कम 5 कारखानों में हो रहा है। इनका संचालन टाटा समूह और ताइवानी निर्माता फॉक्सकॉन कर रहे हैं। हाल के वर्षों में टाटा ने अनुबंध निर्माता विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन का संचालन अपने हाथ में लिया है और तमिलनाडु के होसुर में अपनी सुविधा का विस्तार किया है। रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले 2 वर्षों में भारत में बनने वाले लगभग आधे आईफोन टाटा के स्वामित्व वाले कारखानों में ही बनाए जाएँगे।