भारत की इन जगहों पर लगते हैं दशहरे के भव्य मेले, एक बार तो अवश्य जाएं

वैसे तो भारत में लगभग हर जगह दशहरा मनाया जाता है, लेकिन अगर आप इस बार दशहरे के त्योहार का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो आज हम आपको भारत की उन विशेष जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां भव्य मेले लगते हैं। इन जगहों की खास बात यह है कि इन जगहों पर रावण-कुंभकर्ण-मेघनाद के विशाल पुतलों के दहन के साथ-साथ बहुत कुछ है, जो आपको अपनी ओर आकर्षित कर सकता है। आइए जानें।
कोटा राजस्थान का एक प्रमुख औद्योगिक एवं शैक्षणिक शहर है, जो चम्बल नदी के तट पर बसा हुआ है। यहां हर साल अलग-अलग थीम पर दशहरे के भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। इस बार कोटा में भव्य और गरिमापूर्ण दशहरे के मेले का आयोजन करने के लिए कार्यक्रम कमेटी ने "पॉलीथिन मुक्त" मेले का आयोजन किया है। यहां हर बार विदेशी पर्यटक भी मेला देखने आते हैं। आपको भी यहां पहुंच कर मेले का आनंद लेना चाहिए।
मैसूर का दशहरा अंतर्राष्ट्रीय उत्सव के रूप में अपनी अलग पहचान बना चूका है। इस दिन यहां कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं, लेकिन सबसे अधिक प्रसिद्ध है इस उत्सव में 12 हाथियों की उपस्थिति। इन हाथियों की अपनी-अपनी विशेषता होती है। दशहरा उत्सव के अंतिम दिन यहा मैसूर महल से "जम्बो सवारी" का आयोजन किया जाता है। इसलिए एक बार मैसूर जाएं और इस भव्य मेले का आनंद लें।
पंजाब के लुधियाना में दशहरे से पूर्व नौ दिनों तक नवरात्रों में माँ दुर्गा की उपासना की जाती है। इसके बाद दशमी की शाम को श्रीराम और रावण के मध्य युद्ध का आयोजन किया जाता है। फिर उसके बाद रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलो में अग्निबाण द्वारा जलाया जाता है। रावण दहन के बाद यहां की मिठाईयों की दुकानें मुख्य आकर्षण का केंद्र है, जिसमें खासतौर पर जलेबी खरीदना लोगों को पसंद हैं।
हिमाचल प्रदेश में स्थित कुल्लू वैसे तो भारत की खूबसूरत और पर्यटक जगहों में से एक है, लेकिन कुल्लू का दशहरा एक अनोखे और भव्य अंदाज में मनाये जाने के लिए विश्वविख्यात है। कुल्लू का दशहरा पारम्परिक और एतेहासिक दृष्टि से बहुत महत्व रखता है। यहां के भव्य मेलों में राम की अनोखी कहानियों का नाटय रुपांतरण किया जाता है, इसलिए अगर आपने इस अनोखे मेले का आंनद लेना है तो एक बार यहां जरुर जाएं।
दिल्ली के रामलीला मैदान में दशहरे का मेला बहुत ही भव्य तरीके से आयोजित किया जाता है। यहां पर दिल्ली के सबसे बड़े रावण के पुतले का दहन किया जाता है। यह मेला दिल्ली में लगने वाले मेलों में से सबसे पुराना है। यहां पर पुतला दहन के अलावा बहुत सारे खाने-पीने और खरीदारी के सामान के स्टाल लगाएं जाते हैं जिन्हें देखना और खरीदारी करना दिलचस्प होता है, इसलिए एक बार इस मेले को देखना तो बनता है।