ओडिशा के 5 सबसे लोकप्रिय पेय, जानिए इनकी रेसिपी
क्या है खबर?
ओड़िशा भारत के पूर्वी तट पर स्थित एक खूबसूरत राज्य है। यह अपने जायकेदार स्ट्रीट फूड और स्वादिष्ट पेय के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है।
अब जब चिलचिलाती गर्मी का वातावरण है तो क्यूं न ओड़िशा के लोकप्रिय पेय को डाइट का हिस्सा बनाया जाए। ये पेय स्वास्थ्य को कई तरह के लाभ प्रदान करने में भी सहायक हैं।
चलिए फिर ओड़िशा के मशहूर पेय की रेसिपी जानते हैं, जिन्हें आपको जरूर आजमाना चाहिए।
#1
टंका तोरानी
टंका तोरानी की मुख्य सामग्री चावल है।
वहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पेय पहली बार 10वीं शताब्दी ईस्वी के आसपास तैयार किया गया था।
इसे बनाने के लिए सबसे पहले सादे चावल को पानी में कुछ देर भिगोया जाता है और फिर इसे दही के साथ मसलना होता है।
इसके बाद उसमें करी पत्ता, धनिया पत्ती, हरी मिर्च, नींबू का रस, नींबू के पत्ते, भुना जीरा पाउडर और नमक मिलाने के बाद परोसा जाता है।
#2
छन्ना पन्ना
यह पेय विशेष रूप से ओडिशा के नववर्ष को चिह्नित करने के लिए तैयार किया जाता है और ऐसा माना जाता है कि यह भगवान जगन्नाथ को बहुत प्रिय है।
इस पेय को बनाने के लिए दही, काली मिर्च, दूध और फलों को मिक्सी में डालकर उनमें रॉक शुगर, ताजा छैना या पनीर मिलाएं।
अब मिश्रण को गिलास में निकालकर इसमें इलायची पाउडर, जायफल पाउडर, काली मिर्च और अदरक का रस मिलाकर परोसें।
#3
बेला पन्ना
यह पेय गर्मियों के लिए एकदम सही है क्योंकि इसमें औषधीय और ठंडक दोनों गुण होते हैं।
बेला पन्ना भी एक पारंपरिक पेय है, जिसे भगवान जगन्नाथ को प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है।
इसे बनाने के लिए बील के जूस को कदूकस किए हुए नारियल, छेना और काली मिर्च के साथ मिलाया जाता है।
यह पेय अपच और गैस्ट्रिक जैसी समस्याओं को ठीक करने में मदद कर सकता है।
#4
मंडिया पेज
यह ओडिशा के सबसे प्रसिद्ध पेय में से एक है, जो पारंपरिक रूप से इस क्षेत्र के आदिवासी समुदायों द्वारा खुद को ठंडा रखने के लिए उपयोग किया जाता है।
रागी पाउडर और उबले हुए चावल के बासी पानी से बना मंडिया पेज एक ऐसा पेय है, जो शरीर को ठंडा रखने के साथ-साथ पेट को भी स्वस्थ रखता है।
सुबह के नाश्ते में ताजी कटी हुई हरी मिर्च और ऊपर से हरा धनिया डालकर इस मसालेदार पेय को पिएं।
#5
पलुआ पाना
पलुआ पाना ओडिशा का एक प्रसिद्ध ग्रीष्मकालीन पेय है, जो पलुआ (अरारोट पाउडर), मसले हुए केले, कटे हुए नारियल, छेना, मिश्री और काली मिर्च पाउडर से बनाया जाता है।
यह सुपर रिफ्रेशिंग पेय है, जो पुरी में भगवान जगन्नाथ को चढ़ाया जाने वाला एक प्रकार का पान है।
ओडिशा के अन्य पेय की तरह पलुआ पाना भी पाचन क्रिया के लिए लाभदायक है।
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