अग्नि-5 मिसाइल का नाइट ट्रायल सफल, 5,000 किलोमीटर से भी दूर भेद सकती है निशाना
भारत ने गुरुवार को परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम अग्नि-5 मिसाइल का रात के समय उड़ान का सफल परीक्षण कर लिया है। यह मिसाइल उच्च सटीकता के साथ 5,000 किलोमीटर से भी दूर निशाने को भेद सकती है। जमीन से जमीन पर मार करने वाली लंबी दूरी की मिसाइल का परीक्षण ऐसे समय हुआ है, जब तवांग में चीन के साथ टकराव के बाद दोनों देशों में तनाव बना हुआ है। आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
ओडिशा तट से किया गया अग्नि-5 का परीक्षण
अग्नि-5 मिसाइल का यह टेस्ट ओडिशा तट स्थित एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया था। इस मिसाइल का संचालन स्ट्रैटेजिक फोर्सेस कमांड (SFC) करती है। इस कमांड में तीनों सेनाओं के अधिकारी होते हैं। मिसाइल और दूसरी सामरिक संपत्तियों का प्रबंधन करने वाली यह कमांड न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी ऑफ इंडिया के तहत काम करती है। इस मिसाइल में 3-स्टेज सॉलिड फ्यूल्ड इंजन लगा है, जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने विकसित किया है।
नई तकनीकों के चलते किया गया अग्नि-5 का परीक्षण
सूत्रों ने बताया कि यह परीक्षण मुख्य तौर पर अग्नि-5 मिसाइल में लगाई गई नई तकनीकों को परखने के लिए किया गया था। इस मिसाइल का आखिरी परीक्षण पिछले साल अक्टूबर में किया गया था। उस समय भी रात के समय परीक्षण हुआ था। अग्नि-5 की रेंज में लगभग पूरा एशिया आ जाता है। इस मिसाइल के जरिये चीन के सबसे उत्तरी छोर और यूरोप के कुछ हिस्से को भी रेंज में लिया जा सकता है।
अग्नि-5 मिसाइल का नौंवा टेस्ट
अग्नि-5 का पहला परीक्षण 2012 में हुआ था। उसके बाद, 2013, 2015, 2016 और 2018 में तीन बार इसका परीक्षण हुआ था। पिछले साल अक्टूबर में इसकी आठवां और 15 दिसंबर को नौंवा परीक्षण हुआ।
700-5,000 किलोमीटर तक मार कर सकती है अग्नि मिसाइलें
देश में अग्नि मिसाइलों का विकास 1980 के दशक में हुआ था। तब इस अभियान की अगुवाई डॉ एपीजे अब्दुल कलाम कर रहे थे। अग्नि मिसाइलों के अलग-अलग वर्जन अलग-अलग दूरी तय कर सकते हैं। अग्नि-1 की रेंज 700 किलोमीटर है, जबकि अग्नि-5 5,000 किलोमीटर से भी अधिक दूरी तय कर सकती है। DRDO ने अग्नि-P मिसाइल को भी सफलतापूर्वक टेस्ट कर लिया है, जो नई पीढ़ी की परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल है।
मैक 24 है अग्नि-5 मिसाइल की रफ्तार
अग्नि-5 मिसाइल एक साथ कई हथियार ले जा सकती है और इसके एक से ज्यादा निशानों के लिए लॉन्च किया जा सकता है। यह आवाज की रफ्तार से 24 गुना तेज उड़ान भर सकती है। इसमें कैनिस्टर तकनीक का इस्तेमाल हुआ है, जिसके कारण इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना आसान होता है। इस मिसाइल का वजन 50 टन है और यह 29,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकती है।
अग्नि-6 पर भी हो रहा काम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत अग्नि-6 मिसाइल पर भी काम कर रहा है, जिसकी शुरुआती रेंज 8,000 किलोमीटर होगी और वह एक साथ कई निशानें भेदने में सक्षम होगी। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।