खून के थक्के जमने के कारण अब कनाडा में लगाई गई एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पर आंशिक रोक
क्या है खबर?
खून के थक्के जमने की समस्या के कारण अब कनाडा के कई राज्यों ने 55 साल से कम उम्र के लोगों पर एस्ट्राजेनेका की कोरोना वायरस वैक्सीन के उपयोग पर रोक लगा दी है। देश की वैक्सीन सलाह समिति की सिफारिश के बाद राज्यों ने यह कदम उठाया है।
इससे यूरोप के कई देश भी इसी समस्या के कारण वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा चुके हैं, हालांकि इनमें से कई देशों ने बाद में ये रोक हटा ली।
रोक
इन राज्यों में लगाई गई रोक
कनाडा में ओन्टारियो, क्यूबेक, ब्रिटिश कोलंबिया, मैनिटोबा और अल्बर्टा समेत कई राज्यों ने 55 साल से कम उम्र के लोगों पर एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगाई है।
मैनिटोबा की वैक्सीन टास्क फोर्स के प्रमुख जोस रीमर ने कहा कि यूरोप में खून के थक्के जमने का दुर्लभ लेकिन बहुत गंभीर साइड इफेक्ट देखा गया था और इसलिए एहतियातन वैक्सीन को केवल 55 साल से अधिक उम्र के लोगों पर इस्तेमाल करने का आदेश दिया गया है।
जानकारी
थक्के जमने का कोई मामला सामने नहीं आने के बावजूद लगाई गई रोक
दिलचस्प बात यह है कि कनाडा में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन से खून के थक्के जमने का कोई मामला सामने नहीं आया है। इसके बावजूद यह रोक लगाई गई है। पहले से ही धीमे चल रहे वैक्सीनेशन अभियान के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है।
अन्य देश
यूरोप के कई देशों ने भी लगाई थी वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक
गौरतलब है कि यूरोप के कई देशों में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन से लाभार्थियों के खून में थक्के जमने के मामले सामने आए थे और इसके कारण ऑस्ट्रिया की एक 49 वर्षीय नर्स की मौत भी हो गई थी।
इसके बाद सबसे पहले ऑस्ट्रिया और फिर डेनमार्क, स्वीडन, नॉर्वे, एस्टोनिया, लताविया, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, जर्मनी, इटली, फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल और स्लोवेनिया समेत कई यूरोपीय देशों ने वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी और इसकी आपूर्ति रोक दी थी।
बचाव
WHO और EMA ने वैक्सीन को बताया था पूरी तरह सुरक्षित
हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी (EMA) ने वैक्सीन को पूरी तरह से सुरक्षित बताया था और इन देशों से इसका इस्तेमाल जारी रखने की अपील की थी।
EMA ने मामले की जांच के लिए एक समीक्षा समिति भी बनाई थी जिसने अपनी रिपोर्ट में खून के थक्के जमने की समस्या और वैक्सीन के बीच कोई संबंध न होने की बात कही थी।
इसके बाद कई देशों ने इसका इस्तेमाल शुरू करने का ऐलान किया था।
दूसरा पक्ष
UK और भारत में बड़े पैमाने पर वैक्सीन का उपयोग, लेकिन कोई समस्या नहीं
बता दें कि यूरोप में यूनाइटेड किंगडम (UK) में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का सबसे अधिक उपयोग किया गया है और यहां अब तक लगभग दो करोड़ लोगों को ये वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
इस दौरान किसी भी तरह की कोई बड़ी समस्या नहीं देखने को मिली है और UK वैक्सीन को पूरी तरह सुरक्षित बता रहा है।
इसी तरह भारत में भी इस वैक्सीन की करोड़ों खुराकें लगाई जा चुकी हैं, लेकिन कोई खास समस्या देखने को नहीं मिली है।