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क्या सर्दियों में तैलीय त्वचा पर नहीं लगाना चाहिए मॉइस्चराइजर? जानें ऐसे अन्य मिथकों की सच्चाई

क्या सर्दियों में तैलीय त्वचा पर नहीं लगाना चाहिए मॉइस्चराइजर? जानें ऐसे अन्य मिथकों की सच्चाई

लेखन सयाली
Nov 26, 2024
06:21 am

क्या है खबर?

सर्दियों के मौसम में सभी की त्वचा शुष्क हो जाती है और नमी खो देती है। ऐसे में लोग अपनी त्वचा की जरूरतों के मुताबिक ही त्वचा की देखभाल करते हैं। हालांकि, कई लोगों का मानना है कि सर्दियों के दौरान तैलीय त्वचा वाले लोगों को मॉइस्चराइजर लगाने की जरूरत नहीं होती है। लोगों के बीच सर्दियों में त्वचा की देखभाल को लेकर ऐसे कई मिथक प्रचिलित हैं, जिनके विषय में आज हम चर्चा करेंगे।

मिथक 1

तैलीय त्वचा पर नहीं लगाना चाहिए मॉइस्चराइजर

कई लोग सोचते हैं कि तैलीय त्वचा पर पहले से ही तेल रहता है, जिसके कारण उसे मॉइस्चराइज करने की जरूरत नहीं होती है। हालांकि, तैलीय त्वचा पर मॉइस्चराइजर न लगाने से परेशानियां बढ़ सकती हैं और तेल उत्पादन में भी बढ़ोतरी आ सकती है। सर्दियों में नमी की कमी के कारण त्वचा और भी अधिक तेल का उत्पादन कर सकती है। ऐसे में आपको कोई हल्का और तेल रहित मॉइस्चराइजर इस्तेमाल करना चाहिए।

मिथक 2

केवल गर्मियों में करना चाहिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल 

सर्दियों में त्वचा की देखभाल से जुड़े भ्रमों में सबसे प्रचिलित भ्रम यह है कि सनस्क्रीन का इस्तेमाल केवल गर्मियों में या बाहर जाते समय करना चाहिए। हालांकि, सूरज की अल्ट्रा वॉयलेंट किरणें सर्दियों में भी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे झुर्रियां हो सकती हैं। आपको हर मौसम में सनस्क्रीन का प्रयोग करना चाहिए, चाहे आप घर के बाहर हों या अंदर। यह सूरज की क्षति से त्वचा की रक्षा करेगी, जिससे दाग-धब्बे भी दूर हो जाएंगे।

मिथक 3

घटता या बढ़ता है त्वचा के रोमछिद्रों का आकार 

ज्यादातर लोगों को लगता है कि उनकी त्वचा के रोमछिद्रों का आकार बढ़ता या घटता रेहता है। हालांकि, किसी भी मौसम या परिस्थिति में ऐसा नहीं हो सकता है। यह सच है कि रोमछिद्र जब साफ नहीं होते हैं तो वे बड़े दिखने लगते हैं, लेकिन उनका आकार नहीं बदलता है। नियासिनमाइड और सैलिसिलिक एसिड जैसे तत्व उन्हें साफ रखकर उनकी उपस्थिति को कम करने में मदद कर सकते हैं।

मिथक 4

केवल परेशानियां होने पर ही करनी चाहिए त्वचा की देखभाल

कई लोगों की त्वचा सर्दियों के मौसम में स्वस्थ नजर आती है। ऐसे में वे तब तक त्वचा की देखभाल नहीं करते, जब तक उनकी त्वचा पर कोई परेशानी नहीं नजर आती। हालांकि, स्वस्थ और मुलायम त्वचा पाने के लिए देखभाल का एक नियमित रूटीन बनाना और उसका पालन करना जरूरी होता है। इससे त्वचा पर मुंहासे, लालपन और रूखेपन जैसी परेशानियां नहीं होती हैं। अपनी त्वचा की जरूरतों के मुताबिक एक रूटीन बनाएं और उसका रोजाना पालन करें।

मिथक 5

केवल महंगे उत्पादों से ही करनी चाहिए त्वचा की देखभाल

कई लोगों को यह भ्रम होता है कि सर्दियों के मौसम में हमें केवल महंगे उत्पादों से ही त्वचा की देखभाल करनी चाहिए। हालांकि, लागत हमेशा प्रभावशीलता का संकेतक नहीं होती है। बाजार में कई ऐसे उत्पाद भी मौजूद हैं, जिनका दाम भी कम होता है और वे बेहद कारगर भी होते हैं। उत्पाद की प्रभावशीलता फॉर्मूलेशन और त्वचा के प्रकार पर निर्भर करती है, न की उसके दाम पर।