कई औषधीय गुणों से भरपूर होती है हरीतकी, जानिए इसके प्रमुख फायदे
हरड़ के बेर के पेड़ से मिलने वाली हरीतकी को आयुर्वेद में एक आवश्यक जड़ी-बूटी के रूप में पहचाना जाता है। मुख्य तौर पर इसका इस्तेमाल त्रिफला चूर्ण बनाने में किया जाता है। माना जाता है कि इसमें कई ऐसे औषधीय गुण शामिल होते हैं, जो कई तरह की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सक्षम हैं। हालांकि, अधिकतर लोग इसके फायदों से अनजान है। ऐसे में आइए आज हम आपको इससे मिलने वाले फायदों के बारे में बताते हैं।
पाचन क्रिया को मजबूती देने में सहायक
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार, हरीतकी पाचन क्रिया को मजबूती देने में बहुत सहायक औषधि है। यह भोजन से आवश्यक पोषक तत्वों को खींचकर शरीर की पाचन क्रिया में सुधार करने में मदद करती है। इसके अलावा यह आंतों को साफ करके और शरीर से गंदगी को खत्म करके कब्ज का भी इलाज करती है। हरीतकी पेट की सूजन और गैस की समस्या से भी राहत दिलाती है।
मधुमेह को नियंत्रित करने में मददगार
कई वैज्ञानिक शोधों के अनुसार, हरीतकी अपने हाइपोग्लाइकेमिक गुणों के कारण मधुमेह से बचाव के साथ ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रण में रखने में बहुत अधिक कारगर है। यह जड़ी-बूटी स्टार्च के ग्लूकोज में टूटने को कम करके शरीर में इंसुलिन की मात्रा को भी नियंत्रित करती है। हरीतकी पाउडर के नियमित सेवन से मधुमेह के लक्षणों जैसे अत्यधिक प्यास, वजन कम होना, बार-बार पेशाब आना आदि से भी राहत मिलती है।
त्वचा और बालों के लिए भी है बेहतरीन
एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-फंगल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर हरीतकी त्वचा से जुड़ी मुंहासे, सूजन और दाग-धब्बों जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाने में बहुत कारगर है। इससे त्वचा की चमक में भी सुधार होता है। हरीतकी के पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगाने से भी घाव आदि भी तेजी से भरने लगते हैं। यह जड़ी-बूटी खुजली, रूसी और बालों के झड़ने जैसी बालों से संबंधित समस्याओं का भी इलाज करती है और इन्हें मजबूत और चमकदार बनाती है।
वजन घटाने में भी कारगर है हरीतकी
अगर आप वजन घटाने के लिए प्राकृतिक तरीके खोज रहे हैं तो शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को दूर करने के लिए हरीतकी पाउडर और शहद को एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर पीएं। यह जड़ी-बूटी AMA विषाक्त पदार्थों को खत्म करके शरीर को डिटॉक्सीफाई भी करती है और बार-बार लगाने वाली भूख की समस्या को दूर करती है। यह आपके शरीर को ऊर्जा भी देती है। ऐसे में हरीतकी को डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
दांतों की समस्याओं से बचाने में है सक्षम
हरीतकी मौखिक स्वास्थ्य की देखभाल करने और मसूड़ों की बीमारियों, मुंह के छालों जैसी अन्य समस्याओं को ठीक करने में बेहद कारगर है। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर यह जड़ी-बूटी बैक्टीरिया को समाप्त करने में मदद करती है, जिससे दांतों के खराब होने और कैविटी से बचा जा सकता है। आप अपने दांतों को हरीतकी पाउडर से रोजाना ब्रश कर सकते हैं या दांतों की समस्याओं के इलाज के लिए इसे माउथवॉश के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।