डाइटिंग के दौरान अनजाने में हो जाती हैं ये गलतियां
वजन नियंत्रित करने के लिए अक्सर लोग डाइटिंग का सहारा लेते हैं, लेकिन अगर इसका तरीका सही न हो तो इसका स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, आमतौर पर लोग यह समझते हैं कि डाइटिंग का अर्थ कम भोजन करना है, जबकि हकीकत में डाइटिंग का मतलब सही समय पर सही मात्रा में खाने से है। चलिए आज डाइटिंग से जुड़ी ऐसी ही कुछ गलतियों के बारे में जानते हैं।
एकदम से डाइट में बदलाव करना
अगर आप वजन नियंत्रित करने के चक्कर में एकदम से अपनी डाइट में काफी बदलाव कर देते हैं तो यह आपकी सबसे बड़ी गलती हो सकती है। अगर आप डाइटिंग की शुरुआत में ही अपनी डाइट में कैलोरी की मात्रा को बिल्कुल कम कर देते हैं तो इससे आपके मेटाबॉलिज्म की कार्यक्षमता काफी कम हो जाती है और आपको वजन नियंत्रित करने में काफी समय लग सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप धीरे-धीरे अपनी डाइट में बदलाव करें।
ब्रेकफास्ट न करना है गलत
अगर आपको लगता है कि डाइटिंग के दौरान ब्रेकफास्ट न करने से आपने बहुत सारी कैलोरी को अपने अंदर जाने से रोक लिया है तो आप गलत हैं। दरअसल, ब्रेकफास्ट छोड़ देने से आपको दिन में बहुत अधिक भूख लगेगी और ऐसे में आप स्नैक्स आदि खाकर ब्रेकफास्ट से भी अधिक कैलोरी ग्रहण कर सकते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप ब्रेकफास्ट न करने की गलती न करें और ब्रेकफास्ट में पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को शामिल करें।
पर्याप्त पानी का सेवन न करना
अगर आप कम पानी का सेवन करेंगे तो इससे आपको डिहाइड्रेशन की समस्या होगी। इससे आपके मेटाबॉलिज्म की कार्यक्षमता पर प्रभाव पड़ेगा जो कि वजन नियंत्रित करने वालों के लिए सही नहीं है। इसलिए आप पानी न पीने या कम पीने की गलती बिल्कुल न करें और जितना हो सके उतना अधिक पानी पीएं। बेहतर होगा कि आप कुछ भी खाने के आधे घंटे बाद एक या दो गिलास पानी पीने की आदत बना लें।
पूरा न होने वाला लक्ष्य निर्धारित करना
अगर आपका वजन नियंत्रित करने से संबंधित लक्ष्य ही ठीक नहीं होगा तो आपको काफी परेशानियों का सामना कर सकता है। उदाहरण के लिए, अगर आपने एक हफ्ते में 10 किलो वजन कम करने का लक्ष्य बनाया है तो ऐसा संभव नहीं है। इसलिए अच्छा होगा कि आप वही लक्ष्य बनाएं जिसे आप आसानी से पूरा कर पाएं। अगर आपको अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए किसी विशेषज्ञ की जरूरत पड़े तो बिना हिचकिचाएं उनसे संपर्क करें।