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भरतनाट्यम करने से मिल सकते हैं स्वास्थ्य से जुड़े कई लाभ
भरतनाट्यम के फायदे

भरतनाट्यम करने से मिल सकते हैं स्वास्थ्य से जुड़े कई लाभ

लेखन अंजली
Sep 30, 2024
05:37 pm

क्या है खबर?

भरतनाट्यम एक प्राचीन भारतीय डांस फॉर्म है, जो तमिलनाडु से उत्पन्न हुआ था। यह डांस शैली केवल कला का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि यह सम्पूर्ण शरीर के लिए एक बेहतरीन एक्सरसाइज भी है। भरतनाट्यम में विभिन्न मुद्राएं, ताल और गतियां शामिल होती हैं, जो शरीर के हर हिस्से को सक्रिय करती हैं। आइए आज हम आपको भरतनाट्यम से मिलने वाले फायदों के बारे में विस्तार से बताते हैं।

#1

पैरों को दे सकता है मजबूती

भरतनाट्यम में पैरों की विभिन्न मुद्राएं और गतियां शामिल होती हैं, जो पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाती हैं। 'अडवु' नामक कदमों का अभ्यास करते समय घुटनों को मोड़ना और सीधा करना पड़ता है, जिससे जांघों और पिंडलियों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इसके अलावा संतुलन बनाए रखने के लिए पैर की उंगलियों पर खड़ा होना पड़ता है, जिससे टखनों और पांवों की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं और लचीलापन बढ़ता है।

#2

हाथों और कंधों की कसरत करें

भरतनाट्यम में हाथों का उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है। 'मुद्रा' नामक हाथों की विशेष मुद्राओं को बनाने से कंधे, बाजू और कलाई की मांसपेशियां सक्रिय रहती हैं। विभिन्न मुद्राओं को बनाने के दौरान हाथों को ऊपर-नीचे करना पड़ता है, जिससे कंधे और बाजुओं की ताकत बढ़ती है। इसके अलावा इन मुद्राओं से रक्त संचार भी बेहतर होता है और लचीलापन भी बढ़ता है। नियमित अभ्यास से हाथों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और थकान कम होती है।

#3

पेट और कमर के लिए है लाभदायक

भरतनाट्यम में पेट और कमर के हिस्से पर विशेष ध्यान दिया जाता है। 'अंगशुद्धि' नामक अभ्यास में पेट और कमर को घुमाना पड़ता है, जिससे इन हिस्सों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इससे न केवल पेट और कमर पतली रहती हैं, बल्कि इनमें लचीलापन भी आता है। नियमित अभ्यास से पेट और कमर पर जमा अतिरिक्त चर्बी भी घटती है और शरीर का संतुलन बेहतर होता है। इससे शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।

#4

मानसिक स्वास्थ्य के लिए है बेहतर

भरतनाट्यम केवल शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। इस डांस शैली में तालमेल बिठाने के लिए ध्यान केंद्रित करना पड़ता है, जिससे मानसिक तनाव घटता है। इसके अलावा संगीत और ताल पर आधारित होने से मन शांत रहता है और आत्मविश्वास बढ़ता है। नियमित अभ्यास से मस्तिष्क की कार्यक्षमता भी बढ़ती है और एकाग्रता में सुधार होता है। इस प्रकार भरतनाट्यम सम्पूर्ण शरीर के लिए एक बेहतरीन एक्सरसाइज साबित हो सकता है।