जयपुर की शान है हवा महल, जानिए इसका प्रवेश शुल्क और अन्य महत्वपूर्ण बातें
राजस्थान की राजधानी जयपुर यानी 'पिंक सिटी' के बड़ी चौपड़ में स्थित हवा महल एक आकर्षित पर्यटन स्थल है, जिसे 'पैलेस ऑफ विंड्स' भी कहा जाता है। लाल और गुलाबी बलुआ पत्थरों से बने हवा महल की खासियत है कि यह बिना नींव के बनी दुनिया की सबसे ऊंची इमारत है और यह शाही विरासत, वास्तुकला और संस्कृति का प्रतीक है। आइए आज हवा महल का इतिहास, इसका प्रवेश शुल्क और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
हवा महल का इतिहास
हवा महल का निर्माण जयपुर के राजा सवाई प्रताप सिंह ने अपने शासनकाल (1778-1803) के दौरान सन 1799 में करवाया था। ऐसा कहा जाता है कि हवा महल के निर्माण का मुख्य उद्देश्य जयपुर की शाही राजपूत महिलाओं को झरोखों यानी खिड़कियों में से सड़क पर होने उत्सवों को देखने की अनुमति देना था। दरअसल, उस समय महिलाएं पर्दा प्रथा का पालन करती थीं और इस तरह वे अपने रिवाजों को बनाए हुए स्वतंत्रता का आनंद ले सकती थीं।
हवा महल की खूबसूरती का विवरण
हवा महल की खूबसूरती को शब्दों में बयां करना मुश्किल है, फिर भी हम आपको बता दें कि यह मुगल और राजपूत शैली की वास्तुकला का अद्भुत मिश्रण है। दरअसल, इस महल की दीवारों पर राजपूत शिल्पकला का बेहतरीन नमूना देखने को मिलता है, जबकि इसके पत्थरों पर की गई मुगल शैली की नक्काशी का नायाब उदाहरण है। वहीं, इस महल में पांच मंजिल हैं, जो अपनी-अपनी विशेषताओं से पूर्ण हैं।
हवा महल के खुलने और बंद होने का समय
हवा महल सोमवार से रविवार तक सुबह 9:00 बजे खुलता है और शाम के 5:00 बजे बंद हो जाता है। आप चाहें तो किसी भी मौसम में जयपुर के इस खूबसूरत ऐतिहासिक पर्यटन स्थल की ओर रूख कर सकते हैं। हालांकि, नवंबर से फरवरी के बीच तक का समय यहां जाने वाले पर्यटकों के लिए बेहतरीन है क्योंकि सुहावने मौसम के साथ आप हवा महल के साथ-साथ इसके आस-पास के खूबसूरत पर्यटन स्थलों की यात्रा भी सुकून से कर पाएंगे।
हवा महल का प्रवेश शुल्क
हवा महल की खूबसूरती को अंदर से निहारने के लिए आपको सबसे पहले प्रवेश शुल्क देना होगा, जो भारतीयों के लिए 50 रूपये है और विदेशी पर्यटकों के लिए लगभग 200 रूपये है। इसके अतिरिक्त, यहां आप कंपोजिट टिकट भी खरीद सकते हैं, जिसकी कीमत भारतीयों के लिए 300 रूपये और विदेशियों के लिए 1,000 रूपये है। बता दें कि कंपोजिट टिकट की मदद से आप दो दिन तक हवा महल और इसके आस-पास के पर्यटन स्थल घूम सकते हैं।
हवा महल के आस-पास घूमने लायक जगहें
हवा महल के आसपास ऐसी कुछ जगहें भी हैं, जहां आप घूम सकते हैं। उदाहरण के लिए आप चाहें तो सिटी पैलेस, जंतर-मंतर, रामनिवास गार्डन, चांदपोल और गोविंद जी मंदिर आदि पर्यटन स्थलों की ओर भी रूख कर सकते हैं।
हवा महल कैसे पहुंचे?
सड़क मार्ग: भारत के कई प्रमुख शहरों से जयपुर के लिए बसें उपलब्ध हैं, जिससे आप हवा महल तक का सफर पूरा कर सकते हैं। रेलमार्ग: ट्रेन वाले लोगों को सबसे पहले जयपुर रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा, फिर वे टैक्सी लेकर हवा महल पहुंच सकते हैं। हवाई मार्ग: अगर आप फ्लाइट से सफर तय करते हैं तो जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरकर हवा महल जाने के लिए टैक्सी लें।
हवा महल से जुड़े रोचक तथ्य
हवा महल में दो द्वार समेत 953 छोटे-छोटे झरोखे यानी खिड़कियां हैं और इस महल की कुल लंबाई लगभग 87 फीट और 26 मीटर है। वहीं, इस खूबसूरत महल की पांचों मंजिलों में सीढ़ियां नहीं है बल्कि चढ़ान है, इसलिए यहां आरामदायक फुटवियर ही पहनकर जाएं। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि हवा महल की दीवारे बहुत छोटी हैं, इसलिए सावधानी बरतें और सभी नियमों का पालन करें।