क्यों कोरोना वायरस की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है न्यूयॉर्क?
दुनियाभर में तबाही मचा रहे कोरोना वायरस से अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है और यहां अब तक 5.45 लाख लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं, वहीं लगभग 21,600 की जान गई है। इनमें से लगभग 42 प्रतिशत (9,385) केवल न्यूयॉर्क राज्य से आते हैं। वहीं न्यूयॉर्क शहर में लगभग एक लाख लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं वहीं 6,367 की मौत हुई है। आइए न्यूयॉर्क में इतनी बड़ी संख्या में मामले सामने आने के कारण जानते हैं।
न्यूयॉर्क का जनसंख्या घनत्व 10,000 से अधिक
लगभग 86 लाख की जनसंख्या वाले न्यूयॉर्क में कोरोना वायरस तेजी से फैलने का एक बड़ा यहां का जनसंख्या घनत्व है। यहां प्रति वर्ग किलीमोटर में लगभग 10,000 लोग रहते हैं जो अन्य इलाकों के मुकाबले बेहद अधिक है। यहां के सबवे सिस्टम (एक तरह की मेट्रो) में रोजाना लाखों लोग एक-दूसरे के संपर्क में आते हैं और तंग फुटपाथों पर दूरी बनाकर चलना भी बेहद मुश्किल होता है। ये परिस्थितियां कोरोना वायरस के फैलने के लिए सबसे अच्छी है।
बड़ी संख्या में आते हैं पर्यटक
न्यूयॉर्क में कोरोना वायरस तेजी से फैलने का एक कारण पर्यटन भी है। यहां हर साल छह करोड़ से अधिक पर्यटक आते हैं और यहीं से वो अमेरिका की यात्रा शुरू करते हैं। इसका मतलब कि अगर कोई वायरस बाहर से आता है तो वह सबसे पहले यहीं लोगों को संक्रमित करना शुरू करेगा। अमेरिकी एजेंसियों के मुताबिक, कोरोना वायरस के मामले में भी ऐसा ही हुआ है और फरवरी में यूरोपीय देशों के जरिए ये न्यूयॉर्क पहुंचा था।
बड़े पैमाने पर सामाजिक और आर्थिक असमानता
चमचमाते न्यूयॉर्क में सामाजिक-आर्थिक असमानता भी बहुत है और ये कोरोना वायरस के अधिक घातक साबित होने में एक अहम कारक है। भीड़-भाड़ और बेहद कम सुविधाओं वाले हिस्सों खासकर ब्रोन्क्स और क्वीन्स में संक्रमण की दर सबसे अधिक रही है। यहां के लोग पहले से ही कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझते रहते हैं और उनके पास मेडिकल सुविधाओं की बेहद कमी है। इन सभी परिस्थितियों ने उनके लिए कोरोना वायरस को अधिक घातक बना दिया है।
प्रशासन ने समय पर नहीं उठाए जरूरी कदम
न्यूयॉर्क राज्य में कोरोना वायरस का पहला मामला एक मार्च और दूसरा मामला दो मार्च को सामने आया था। तब राज्य के गवर्नर कुओमो ने कहा था, "हमें नहीं लगता कि ये यहां इतना खतरनाक होगा जितना दूसरे देशों में हैं।" इसी सोच के चलते समय पर कदम उठाने में देरी हुई और वायरस पूरे राज्य में फैल गया। इसके अलावा राष्ट्रपति ़डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन की ओर से मिल रहे मिश्रित संदेश भी देरी का कारण बने।
क्या छह दिन की देरी ने बढ़ाया खतरा?
न्यूयॉर्क शहर के मेयर बिल डी ब्लेसियो ने 16 मार्च को शहर के सभी स्कूलों, बार्स और रेस्टोरेंट्स को बंद करने का आदेश दिया था, वहीं इसके छह दिन बाद 22 मार्च को गर्वनर ने सभी गैर-जरूरी कारोबारों को बंद करने और लोगों को घर में रहने का आदेश जारी किया। इस अंतराल पर विशेषज्ञ का कहना है कि किसी महामारी के दौर में छह दिन एक प्रकाश वर्ष जितने होते हैं और बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं।