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पेचिश से परेशान हैं तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे, जल्द मिलेगी राहत
पेचिश से राहत दिलाने में कारगर हैं ये घरेलू नुस्खे

पेचिश से परेशान हैं तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे, जल्द मिलेगी राहत

लेखन अंजली
Jul 16, 2021
11:45 pm

क्या है खबर?

पेचिश पेट से जुड़ी बीमारी है, जो शिगेला नामक बैक्टीरिया और एटामोइबा हिस्टोलिटिका नामक पैरासाइट इन्फेक्शन के कारण होती है। इससे पीड़ित व्यक्ति का मल पानी की तरह निकलता है और मल के साथ खून भी आता है। हालांकि, कई लोग इसे सामान्य दस्त की समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं और यह बीमारी बढ़ जाती है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बताते हैं, जिन्हें अपनाकर बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।

#1

छाछ का करें सेवन

छाछ का सेवन न सिर्फ शरीर को ठंडक प्रदान करता है बल्कि यह पेचिश के जोखिमों को कम करने में सहायक है। इसका मुख्य कारण यह है कि छाछ में फाइबर और प्रीबायोटिक गुण मौजूद होते हैं, जो पाचन को आराम देकर पेचिश की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। समस्या से राहत के लिए रोजाना दो से तीन गिलास छाछ का सेवन करना लाभदायक हो सकता है।

#2

सेब का सिरका भी है प्रभावी

पेचिश का इलाज करने के लिए आप सेब के सिरके का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। सेब का सिरका एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-फंगल गुण से परिपूर्ण होता है। इसमें मौजूद ये गुण पेचिश की बीमारी का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को खत्म करके पेचिश के जोखिम को कम कर सकते हैं। समस्या से राहत पाने के लिए एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाएं और फिर इसका सेवन करें।

#3

मेथी के बीजों से मिलेगी राहत

मेथी के बीज में एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जो पेचिश का कारण बनने वाले बैक्टरिया से लड़कर बीमारी के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकते हैं। लाभ के लिए सबसे पहले एक चम्मच मेथी के बीज को अच्छे से पीस लें और फिर इसे छाछ में अच्छे से मिलाकर पी लें। कुछ दिनों तक रोजाना दो बार इसका सेवन करने से आपको काफी आराम मिलेगा।

#4

कैमोमाइल टी पीएं

कैमोमाइल की चाय एंटी-पैरासिटिक, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-डायरियल गुणों से युक्त होती है। ये सभी गुण संयुक्त रूप से पेचिश से बचाव में मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए एक कप पानी में एक चम्मच सूखे कैमोमाइल के फूल को डालकर उबाल लें। लगभग 10 मिनट उबलने के बाद इसे छानकर पी लें। स्वाद के लिए इसमें शहद भी डाल सकते हैं। दिन में दो से तीन बार इस चाय को पीना लाभदायक है।