बच्चों की सेहत की चिंता है तो बनाकर खिलाएं क्विनोआ पिज्जा, जानिए इसकी आसान रेसिपी
पिज्जा इटली का बेहद मशहूर व्यंजन है, जिसे बच्चे-बड़े सभी चाव से खाते हैं। हालांकि, इसे बनाने के लिए मैदा का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। अगर आपके बच्चे भी बार-बार पिज्जा खाने की जिद करते हैं और आप इसका स्वस्थ विकल्प तलाश रहे हैं, तो उन्हें क्विनोआ पिज्जा बनाकर खिलाएं। इसे बनाने की रेसिपी बेहद आसान होती है और इसका स्वाद भी पिज्जा जितना ही लजीज होता है।
क्विनोआ पिज्जा बनाने के लिए जुटाएं ये सामग्री
क्विनोआ पिज्जा बनाने के लिए आपको एक कप क्विनोआ, एक कप गर्म पानी, नमक, टमाटर, प्याज, स्वीट कॉर्न, ब्रोकली, 6-7 चम्मच मोजेरेला चीज, पनीर, आधा कप पेस्तो सॉस, एक चम्मच चिलगोजा, गाजर, चिली फ्लेक्स, दही और ओरिगैनो की जरूरत पड़ने वाली है। आप इस पिज्जा को बनाने के लिए अपनी पसंद के अनुसार सब्जियों का चुनाव कर सकते हैं। अगर, आपको पेस्तो सॉस का स्वाद नहीं पसंद तो आप पिज्जा सॉस डाल सकते हैं।
इस तरह बनाएं क्विनोआ पिज्जा का बेस
क्विनोआ पिज्जा बनाने की शुरुआत करने के लिए सबसे पहले क्विनोआ को पानी में उबाल लें। जब यह अच्छी तरह उबल जाए, तो इसमें गर्म पानी, नमक और दही या छाछ मिलाएं और ठंडा करके पीस लें। इस पेस्ट को एक बटर पेपर पर गोल आकार में फैला लें, जिससे आपके पिज्जा का बेस तैयार हो जाएगा। आप चाहें तो इस बेस को थोड़ा सख्त होने दें या इस पर ऐसे ही टॉपिंग लगाना शुरू कर दें।
पिज्जा की टॉपिंग लगाकर करें बेक
एक बार जब आपका बेस तैयार हो जाए तो उस पर टॉपिंग लगाना शुरू करें। सबसे पहले इस पर पेस्तो सॉस की परत फैलाएं और इस पर चीज डाल दें। सभी सब्जियों को छोटे टुकड़ों में काटकर कुछ देर तवे पर भून लें और पनीर को भी मैरीनेट कर लें। अब आधी पकी हुई सब्जियों और पनीर को पिज्जा पर रखें और ऊपर से और चीज डालें। इस पर चिलगोजा, चिली फ्लेक्स और ओरिगैनो डालें और बेक करें।
क्विनोआ के सेवन से होते हैं ये फायदे
क्विनोआ प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत होता है और इसमें वे सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जिनकी शरीर को आवश्यकता होती है। यह फाइबर से लैस होता है, जिसके कारण इसे खान-पान में शामिल करने से वजन घटाने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, क्विनोआ ग्लूटेन मुक्त होता है और इसमें आयरन, मैग्नीशियन और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसके सेवन से कैंसर के इलाज में भी मदद मिल सकती है।