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मधुमेह के जोखिम कम करने में मदद कर सकती हैं ये एक्सरसाइज
मधुमेह के जोखिम कम करने वाली एक्सरसाइज

मधुमेह के जोखिम कम करने में मदद कर सकती हैं ये एक्सरसाइज

लेखन अंजली
May 03, 2022
10:00 am

क्या है खबर?

मधुमेह की बीमारी तब होती है, जब इंसुलिन (पैंक्रियाज द्वारा बनने वाले हार्मोंन) के काम में रूकावट होती है। बता दें कि जब इंसुलिन की कार्यप्रणाली में किसी तरह की रूकावट आती है, तब यह ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलने की बजाय खून में ठहरता है और इसकी बढ़ती मात्रा मधुमेह का कारण बनती है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी एक्सरसाइज के बारे में बताते हैं, जो मधुमेह के जोखिम कम करने और इसे नियंत्रित रखने में सहायक हैं।

#1

ब्रिस्क वॉक

अगर आपको मधुमेह है तो आपके लिए अपने रूटीन में ब्रिस्क वॉक को शामिल करना बहुत लाभदायक हो सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो मधुमेह के रोगी अगर रोजाना 45 मिनट की ब्रिस्क वॉक कर लेते हैं तो यह उनके लिए सबसे अच्छी एक्सरसाइज है क्योंकि इसकी मदद से मधुमेह के स्तर को नियंत्रित करने के साथ कई तरह के अन्य स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। बता दें की ब्रिस्क वॉक तेज चलने वाली एक्सरसाइज होती है।

#2

एरोबिक्स

मधुमेह के जोखिमों को कम करने में एरोबिक्स एक्सरसाइज भी काफी सहायक सिद्ध हो सकती है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन की एक रिसर्च के मुताबिक, एरोबिक्स एक्सरसाइज टाइप-2 मधुमेह वाले रोगियों के रक्त शर्करा को नियंत्रित करने का काम कर सकती हैं। दरअसल, एरोबिक एक्सरसाइज शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाती है, जो ग्लूकोज को अवशोषित (Absorption) करने का काम करती है। इससे शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को कम किया जा सकता है।

#3

कार्डियो एक्सरसाइज

बात चाहें हृदय को स्वस्थ रखने की हो या फिर मधुमेह के नकारात्मक प्रभावों को कम करने की, इनके लिए कार्डियो एक्सरसाइज बहुत बेहतरीन है। अगर कोई व्यक्ति मधुमेह को नियंत्रित रखना चाहता है तो उसे पूरे शरीर पर प्रभाव डालने वाली कार्डियो एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। इसके लिए वह अपने रूटीन में रोइंग, साइकिलिंग, स्विमिंग और ट्रेडमिल एक्सरसाइज आदि को शामिल कर सकते हैं। यकीनन इन एक्सरसाइज से उसे काफी फायदा होगा।

#4

लंज एक्सरसाइज

सबसे पहले जमीन पर सीधे खड़े होकर अपने दाएं पैर को आगे बढ़ाएं और उसको घुटनों से मोड़ते हुए 90 डिग्री का कोण बनाएं। अब बायां पैर पीछे के ओर सीधा करें और दोनों पैरों के बीच में कम से कम दो-तीन फीट की दूरी कायम करें। कुछ सेकेंड इसी स्थिति में रहने के बाद खुद को ऊपर की ओर उछालें। इससे आप प्रारंभिक स्थिति में आ जाएंगे। इसे रेप्स कहते हैं। इसी तरह दोनों पैर से 12-15 रेप्स करें।