14 जून को निकलेगा गुलाबी रंग का चांद, जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
हर महीने एक पूर्णिमा आती है, जिस दौरान पूरा चांद निकलता है और उसकी खूबसूरती की छटा देखने लायक होती है क्योंकि हर बार चांद का रंग अलग होता है। गुलाबी रंग का चांद भी उन्हीं में से एक है, जिसको अंग्रेजी में स्ट्रॉबेरी मून, रोज मून और हॉट मून भी कहा जाता है और यह सामान्य से बड़ा होता है। आइए आज हम आपको इस चांद से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बताते हैं।
अनूठे नाम रखने के पीछे के कारण
उत्तरी अमेरिका के एल्गोनक्विन आदिवासियों ने जून के आसपास वाली पूर्णिमा को निकलने वाले चांद का नाम स्ट्रॉबेरी मून रखा था क्योंकि इस समय वहां स्ट्रॉबेरी की कटाई की जाती है। वहीं, यूरोप में गुलाबी रंग के चांद को रोज मून कहा जाता है क्योंकि वहां इसे गुलाब की कटाई का प्रतीक माना जाता है। भूमध्य रेखा के उत्तर में इस दिन से गर्मी की शुरुआत होती है, इसलिए इसे कई लोग हॉट मून के नाम से भी जानते है।
कब और कितने बजे निकलेगा गुलाबी रंग का चांद?
इस साल आप 14 जून को आकाश में गुलाबी रंग का चांद देख पाएंगे। इस दिन शाम को सूरज ढलने के बाद दक्षिण पूर्व की ओर से गुलाबी रंग का चांद निकलेगा जो दिखने में बड़ा और बेहद चमकीला होगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, 14 जून की शाम 5 बजकर 22 मिनट पर चांद अपने चरम पर होगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि गुलाबी चांद दिखने की असल वजह है कि इस दिन यह पृथ्वी के बेहद करीब आ जाता है।
गुलाबी रंग का चांद एक हिंदू त्योहार से है जुड़ा
गुलाबी रंग का चांद दिखने पर भारत के उत्तरी और पश्चिमी राज्यों में वट सावित्री नाम का त्योहार मनाया जाता है। इस त्योहार वाले दिन बरगद के पेड़ की पूजा की जाती है। वहीं, सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और खुशहाल जीवन की कामना करती हैं और उपवास रखती हैं। महाराष्ट, गुजरात और दक्षिण भारत में ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को वट सावित्री की पूजा होती है।
कैसे देंखे चांद?
यह चांद एक दिन पहले और बाद में पूर्ण होता दिखाई देगा। इसका मतलब है कि चांद 13 जून के साथ-साथ 15 जून को भी पूर्ण दिखाई देगा। आप दूरबीन की मदद से गुलाबी रंग के चांद का दीदार कर सकते हैं।