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तनाव कम करने के लिए रोजाना करें बॉक्स ब्रीदिंग, मन होगा शांत और बढ़ेगी खुशी
तनाव कम करने के लिए करें बॉक्स ब्रीदिंग

तनाव कम करने के लिए रोजाना करें बॉक्स ब्रीदिंग, मन होगा शांत और बढ़ेगी खुशी

लेखन सयाली
Dec 27, 2024
12:54 pm

क्या है खबर?

आज-कल ज्यादातर लोग तनाव से जूझ रहे हैं। इसे कम करने के कई तरीके हैं, जिनमें से एक है बॉक्स ब्रीदिंग। यह सरल और प्रभावी तकनीक है, जो सांस लेने की प्रक्रिया को नियंत्रित करके मानसिक शांति देती है। इसमें 4 चरण होते हैं: सांस लेना, रोकना, छोड़ना और फिर रोकना। हर चरण समान समय तक चलता है, जिससे मन को स्थिरता मिलती है। आइए इस विधि के विषय में विस्तार से जानते हैं।

#1

बॉक्स ब्रीदिंग करने का तरीका

बॉक्स ब्रीदिंग शुरू करने के लिए सबसे पहले आराम से बैठें या लेट जाएं। अपनी आंखें बंद कर लें और 4 सेकंड तक गिनते हुए धीरे-धीरे गहरी सांस लें। इसके बाद 4 सेकंड तक अपनी सांस रोकें। अब धीरे-धीरे 4 सेकंड में सांस छोड़ें और अंत में 4 सेकंड तक बिना सांस लिए रहें। इस प्रक्रिया को 5 से 10 मिनट तक दोहराएं। इससे आपके मन को शांति मिलेगी और आप अधिक केंद्रित महसूस करेंगे।

#2

बॉक्स ब्रीदिंग के फायदे

बॉक्स ब्रीदिंग के कई फायदे होते हैं, जिन्हें पाने के लिए आपको इसका नियमित अभ्यास करना चाहिए। यह तनाव और चिंता को कम करता है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। इसके अलावा, इसके जरिए ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ जाती है और नींद की गुणवत्ता में भी सुधार आता है। इसके नियमित अभ्यास से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर संतुलित रहता है, जिससे ऊर्जा बढ़ती है और थकान कम होती है।

#3

बॉक्स ब्रीदिंग करते समय बरतें ये सावधानियां

बॉक्स ब्रीदिंग करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, ताकि इसका पूरा लाभ मिल सके। सबसे पहले, इसे खाली पेट करना बेहतर होता है, ताकि पेट भरा हुआ न हो और आप आसानी से गहरी सांस ले सकें। अगर आपको किसी प्रकार की श्वास संबंधी समस्या हो तो डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही इसका अभ्यास करें। शुरुआत में धीमी गति रखें, ताकि शरीर इस प्रक्रिया के साथ तालमेल बैठा सके।

#4

अन्य एक्सरसाइज के साथ करें बॉक्स ब्रीदिंग

बॉक्स ब्रीदिंग को योग या मेडिटेशन जैसी अन्य एक्सरसाइज के साथ जोड़कर भी किया जा सकता है। इससे मानसिक शांति बढ़ जाती है। शवासन या वज्रासन जैसे योगासन करते समय भी आप बॉक्स ब्रीदिंग कर सकते हैं। मेडिटेशन करते वक्त भी इसका अभ्यास किया जा सकता है, जिससे ध्यान केंद्रित करना आसान हो जाता है। इन सभी तरीकों का संयोजन आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।